किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि कृषि कानूनाें के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले छह महीने से धरने पर बैठे किसान अपनी जगह से नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन को अब हरियाणा में स्थानांतरित करने की तैयारी में हैं।


जींद (एएनआई)। भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान किसी भी कीमत पर दिल्ली नहीं छोड़ेंगे। राकेश टिकैत ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार दिल्ली की सीमा से चल रहे किसान आंदोलन को हरियाणा में स्थानांतरित करना चाहती है। हम इसकी इजाजत नहीं देंगे। हम सरकार को अपनी चाल में कामयाब नहीं होने देंगे। हम किसी भी कीमत पर दिल्ली नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा में टोल प्लाजा पर हड़ताल जारी रहेगी और विरोध राष्ट्रीय राजधानी पर केंद्रित रहेगा।कई दौर की बातचीत के बावजूद बात नहीं बनी


तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ सरकार और किसानों के बीच टकराव चल रहा है। केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान पिछले छह महीने से देश की राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने सीमाओं पर डेरा डाला है। पिछले साल केंद्र और किसान नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद बात नहीं बनी और गतिरोध लगातार बना हुआ है। 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं किसान

केंद्र सरकार ने हाल ही में किसान उपज व्‍यापार एवं वाणिज्‍य (संवर्धन एवं सुविधा) विधेयक, 2020 , किसानों (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) का मूल्‍य आश्‍वासन अनुबंध एवं कृषि सेवाएं विधेयक, 2020 और आवश्‍यक वस्‍तु (संशोधन) विधेयक, 2020 कानून बनाए हैं। किसान 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर इन तीनाें नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।

Posted By: Shweta Mishra