Kanpur: सिटी की पुलिस ने संडे को फर्जी आईडी पर सिम बेचने वाले गैैंग का भंडाफोड़ कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के मुताबिक आरोपी आईएसआई एजेंट क्रिकेट मैच के सïट्टोरियों और सेक्स रैकेट के जुड़े लोगों को मुंह मांगे दाम पर सिम बेचते थे.


सिटी की पुलिस ने संडे को फर्जी आईडी पर सिम बेचने वाले गैैंग का भंडाफोड़ कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, आरोपी आईएसआई एजेंट, क्रिकेट मैच के सïट्टोरियों और सेक्स रैकेट के जुड़े लोगों को मुंह मांगे दाम पर सिम बेचते थे। इनके पास से पुलिस ने 555 एक्टिवेटेड  सिम, 32 फर्जी आईडी और 8730 रुपए बरामद किए हैं. 

एटीएस के जरिए मिली सूचना

एसएसपी यशस्वी यादव ने बताया कि एटीएस के जरिए उन्हें फर्जी आईडी पर एक्टिवेट सिमकार्ड क्रिमिनल्स को बेचे जाने की सूचना मिली थी। जिसके खुलासे के लिए उन्होंने स्पेशल टीम को लगाया था। टीम ने चमनगंज में एएस और निजाम टेलीकॉम में छापा मारकर जैनुल और हसन को हिरासत में लिया। पुलिस इंटेरोगेशन पर दोनों आरोपी टूट गए। एसएसपी का कहना है कि दोनों आरोपियों ने कबूल किया है कि वो आईएसआई एजेंट, सेक्स रैकेट से जुड़े लोगो, सट्टा लगवाने वाले बुकीज समेत दूसरे क्रिमिनल्स को सिम बेच चुके हैं. 

कम्पनियों के अधिकारी भी शामिल

फर्जी आईडी पर सिम एक्टिवेट करने वाले दोनों आरोपियों के तार टेलिकॉम कम्पनियों के अधिकारियों से जुड़े हैं। एसएसपी यशस्वी यादव ने बताया कि जैनुल और हसन टेलिकॉम कम्पनी से जुड़े अफसरों से मिलीभगत कर फर्जी आईडी पर सिम एक्टिवेट करा लेते थे। पूछताछ में टेलिकॉम कम्पनी के कई अफसरों के नाम सामने आए हैं। उनकी भी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है. 

अपनी आईडी संभाल के

पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 32 फर्जी आईडी बरामद की है। इसमें वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, राशन कार्ड आदि हैं। दोनों ने पूछताछ में ये भी कबूला कि वे दुकान से सिम लेने वाले कस्टमर की आईडी की एक और फोटोकॉपी करा लेते थे। इसके बाद दोबारा उसी आईडी पर सिम जारी करा लेते थे। इसके लिए उनको टेलीकॉम के अफसरों की भी जेब गरम करनी पड़ती थी।  इसके बाद सिम को एक्टिवेट कर 500 से 5000 रुपए में बेचते थे। सबसे ज्यादा डिमांड रिलायंस और एयरसेल के सिम की रहती है। बरामद सिम काड्र्स में रिलायंस के 171, एयरसेल के 177, एअरटेल के 30, आइडिया के 97, वोडाफोन के 44, एमटीएस के 2, यूनिनार के 18 व टाटा डोकोमो के 78 सिम हैं. 

‘मेरे पास से कुछ बरामद नहीं हुआ’

कांफ्रेंंस के दौरान जब एसएसपी आरोपियों के बारे में ब्रीफ कर रहे थे तभी पीछे खड़े आरोपी ने चिल्लाते हुए कहा, उसके पास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ है। पुलिस उसे फंसा रही है। आरोपी के इस तरह पेश आने पर एसएसपी का पारा चढ़ गया तो गुस्से में बांहे चढ़ाते हुए आरोपी की तरफ घूमे लेकिन वहां मौजूद बाकी अधिकारियों ने उन्हें समझाया। तब कहीं एसएसपी साहब ने खुद को कंट्रोल किया। हालांकि उनके तेवर ओर इशारे देखकर वहां मौजूद हर शख्स समझ गया कि कांफ्रेंस के बाद आरोपी की जमकर ‘खातिरदारी’ होगी।


Posted By: Inextlive