नोट- 28 सितंबर के लिए है

-इस वेडिंग सीजन में छाने को तैयार है सेमि प्रेशियस स्टोंस वाली ज्वेलरी

-यूथ की पसंद पर खास तरह की ज्वेलरी हो रही हैं डिजाइन, ज्वेलरी शोरूम्स में नवरात्र से उमड़नी शुरू हो जाएगी भीड़

VARANASI

चांदी पर सोने की परत, उस पर सेमी प्रिशियस स्टोन की कारीगरी, डिजाइन में झलकती परंपरा और सदियों पुराना लुक। किसी ज्वेलरी में मुगल कालीन शान तो किसी में ठेठ रजवाड़ी अंदाज। कुछ ऐसा ही कलेक्शन इस वेडिंग सीजन में छाने वाला है। सर्दियों के साथ ही शादियों का सिलसिला भी शुरू हो रहा है। ऐसे में इस बार मौसम और फैशन के साथ यूथ की पसंद को मिलाकर खास तरह की ज्वेलरी डिजाइन की जा रही हैं। सिटी के फेमस ज्वेलरी शोरूम्स में कुछ इसी तरह सेमी प्रेशियस स्टोंस की ज्वेलरी इस नवरात्र से छाने वाली है। मीडिल क्लास फैमिली की सेमि प्रेशियस स्टोंस से बनी ज्वेलरी पहली पसंद साबित हो रही हैं।

राजपुताना व मुगल की दिखेगी झलक

बदलते ट्रेंड के साथ युवाओं का रूझान अब पारंपरिक चीजों की ओर हो रहा है। परंपरा पसंद युवाओं के लिए इस बार ज्वेलरी में भी कुछ ऐसे ही कलेक्शन लॉन्च किए जा रहे हैं। राजपुताना और मुगल कालीन ज्वेलरी से प्रभावित होकर हुबहू वैसी ही ज्वेलरी तैयार की जा रही है। इसमें आड, चोकर, तेमिनी, गुलुबंद, चांदबाली, झूमर, टीका, झाला, बिजली, अंगुश्ताना, ठुस्सी, रखड़ी, बाजूबंद आदि शामिल है।

इमिटेशन नहीं ओरिजनल की मांग

ज्वेलरी एक्सपर्ट की माने तो शाही अंदाज की ज्वेलरी तैयार करने में चांदी पर सोने की परत चढ़ाई जाती है और उसमें सेमि प्रिशियस स्टोन लगाए जाते हैं। इससे उसकी चमक और खूबसूरती बरकरार रहती है और उसे इमिटेशन ज्वेलरी की क्लास में भी नहीं रखा जा सकता। इस तरह की ज्वेलरी की डिमांड सबसे ज्यादा यंगस्टर्स में है। ये ज्वेलरी गोल्ड व प्रिशियस स्टोन की ज्वेलरी की अपेक्षा सस्ती होती है।

इस वेडिंग सीजन में हेवी लुक वाली ऐसी ज्वेलरी का ट्रेंड होगा जो ट्रेडिशनल के साथ एंटिक लुक लिए हो। इसके लिए ज्वेलरी की डिजाइंस खास तौर पर तैयार कराई जा रही है। सेमि प्रेशियस स्टोंस ज्वेलरी की डिमांड नवरात्र से ही शुरू हो जाएगी।

अर्पित कुमार, ओनर

खजाना

सेमि प्रिशियस स्टोन्स लगे हुए ज्वेलरी की डिमांड यंगस्टर्स में बहुत ज्यादा है। नेकलेस और बैंगल्स की डिजाइन में इसका अधिक यूज किया जा रहा है। वहीं ज्योतिष कहे पर भी अधिक से अधिक लोग सेमि प्रेशियस स्टोंस की डिमांड करते हैं।

संतोष अग्रवाल, ओनर

हरेकृष्णा ज्वेलर्स

सेमी-प्रेशियस स्टोंस

सेमी प्रेशियस स्टोंस की बात की जाए तो ये प्रेशियस जेम स्टोंस के रेप्लिका होते हैं। देखने में तो ये प्रेशियस स्टोंस की तरह ही नजर आते हैं लेकिन इनकी क्वॉलिटी और प्राइसेज जेम स्टोंस के कंपैरिजन में काफी कम होते हैं। ये ईजिली अवेलेबल होते हैं और कॉमनली यूज भी किए जाते हैं। इनफैक्ट, इन दिनों कॉमन गोल्ड ज्वैलरी में भी मेकर्स प्रेशियस की जगह सेमी-प्रेशियस स्टोंस का ही ज्यादा यूज करते हैं। हालांकि, एक बात ध्यान देने वाली ये है कि इनमें भी कई तरह की क्वॉलिटीज आती हैं और हाई-एंड क्वॉलिटी वाले स्टोंस की कीमत ज्यादा भी हो सकती है।

- सेमी-प्रेशियस स्टोंस की क्वॉलिटी उनके कलर और क्लैरिटी पर डिपेंड करती है।

- अमेरिकन डायमंड सिल्वर के कॉम्बिनेशन में सबसे ज्यादा यूज होता है। इनफैक्ट, गोल्ड में भी अमेरिकन डायमंड का काफी यूज हो रहा है।

- बेहतर पॉलिश वाले सेमी-प्रेशियस स्टोंस बेहतर माने जाते हैं।

- मूंगा, फिरोजा और टोपाज जैसे स्टोंस, सेमी-प्रेशियस स्टोंस की कैटेगरी में आते हैं।

- इनकी लो-क्वॉलिटी की वजह से ही ये ज्यादा एक्सपेंसिव नहीं होते।

Posted By: Inextlive