25 फीसदी वाहन ही गुजर रहे फास्टैग के जरिए अभी

7 काउंटर हैं फास्टैग हासिल करने के लिए सिवाया टोल प्लाजा पर

500 रुपए का मिलेगा फास्टैग सभी सातो काउंटर पर

200 रुपए सिक्योरिटी अमाउंट और 300 रुपए का मिलेगा बैलेंस

5 साल तक मान्य रहेगा फास्टैग एक बार एक्टिव करने के बाद

10 किमी रेडियस एरिया को घोषित किया गया है लोकल एरिया

84 गांवों को अप्रूव किया गया है सिवाया टोल प्लाजा के लिए

2 हजार लोकल वाहनों को आईडेंटीफाई किया गया है इन एरिया में

Meerut। देशभर के टोल प्लाजा पर फास्टैग से टोल कलेक्शन की व्यवस्था को फिलहाल टाल दिया गया है। अब 15 दिसंबर से देशभर में इलेक्ट्रानिक टोल कलेक्शन सिस्टम (फास्टैग) प्रभावी होगा। मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा पर फास्टैग के लिए तैयारियां तेज हैं किंतु अभी भी टोल प्लाजा से गुजर रहे वाहनों में फास्टैग लगे वाहनों की संख्या 25 फीसदी ही है। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) देशभर के टोल प्लाजा से गुजर रहे वाहनों का डाटा रीड कर रहा है। आने वाली मुश्किल से निपटने के लिए एनएचएआई ने फिलहाल टैक्स कलेक्शन की ऑनलाइन व्यवस्था को टाल दिया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने फास्टैग व्यवस्था की बारीकियों को टटोलने के लिए मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा की तैयारियों को परखा।

जरा समझ लें

मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा पर कुल 12 लेन हैं। जिसमें से 5 लेन, मेरठ से मुजफ्फनगर की ओर जाने के लिए हैं जबकि 6 लेन मुजफ्फरनगर से मेरठ की ओर आने के लिए हैं। नई व्यवस्था के तहत इनमें से दोनों ओर 5-5 लेन 'डेडीकेटेड फास्टैग लेन' हैं। जबकि दोनों ओर 1-1 लेन ऐसी है जिसमें फास्टैग के अलावा कैश पेमेंट वाले वाहन भी गुजर सकेंगे। इसके अलावा टोल प्लाजा पर बाइक के लिए अलग से लेन दोनों और बनाई गई है।

मेरठ में 7 काउंटर

फास्टैग हासिल करने के लिए टोल प्लाजा पर 7 काउंटर हैं। ये काउंटर उन बैंकों द्वारा संचालित हो रहे हैं जो फास्टैग के लिए अधिकृत हैं। मेरठ में एनएचएआई के सिवाया टोल प्लाजा पर एयरटेल पेंमेंट बैंक के 2, पेटीएम के 2, आईसीआईसीआई बैंक के 2 और 1 काउंटर बैंक ऑफ बड़ौदा का संचालित हो रहा है। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक की गढ़रोड शाखा और बैक ऑफ बड़ौदा की तेजगढ़ी शाखा पर भी फास्टैग उपलब्ध हैं। ऑनलाइन साइट्स जैसे-अमेजन, पेटीएम आदि पर भी फास्टैग की ऑनलाइन बिक्री हो रही है।

देने होंगे 500 रुपए

वेस्टर्न यूपी टोल वे लिमिटेड के ऑपरेशन मैनेजर प्रदीप चौधरी ने बताया कि सभी सातों काउंटर पर फास्टैग 500 रुपए का है। जिसमें से 200 रुपए सिक्योरिटी अमाउंट है जबकि 300 रुपए का बैलेंस मिलेगा। जबकि पूर्व में 100 रुपए फास्टैग फीस का भी लिया जा रहा था, जो अब समाप्त कर दिया गया है। एक बार फास्टैग को एक्टिव करने के बाद वो 5 साल तक मान्य रहेगा। 5 साल बाद फास्टैग एक्सपायर हो जाएगा और नया फास्टैग लेना होगा। यदि फास्टैग डैमेज हो जाए तो उसे टोल प्लाजा या सर्विस प्रोवाइडर बैंक से डैमेज फास्टैग रिटर्न कर फ्री में हासिल किया जा सकता है।

ये होगी सुविधा

किसी भी वाहन की आरसी, ऑनर का आधार कार्ड, पैन कार्ड की फोटो कॉपी के साथ एक फोटो देकर फास्टैग हासिल किया जा सकता है।

फास्टैग खरीदने के साथ ही संबंधित बैंक अथवा ऑनलाइन सर्विस प्रोवाइडर आपको एक ऑनलाइन वैलेट बनाकर देगा।

इससे आप टाइम-टाइम पर रीचार्ज करके अपनी जर्नी को कांटीन्यू कर सकते है।

फास्टैग वैलेट को आप मोबाइल एप, नेट बैंकिंग, डेबिट/क्रेडिट कार्ड, गूगल पे, पेटीएम, फोन पे आदि से ऑनलाइन रीचार्ज कर सकते हैं।

लोकल यूजर के लिए।

सिवाया टोल प्लाजा ने लोकल यूजर के लिए भी बंदोबस्त कर लिया है। ऑपरेशन मैनेजर के मुताबिक टोल प्लाजा के 10 किमी रेडियस एरिया को लोकल एरिया घोषित किया गया है। जो आईडेंटीफाइड है। इस एरिया में रहने वाले लोगों को वाहन पर टोल टैक्स में रियायत का प्रावधान है। कार और प्राइवेट वाहन का वन टाइम पासिंग टोल टैक्स 20 रुपए है जबकि कॉमर्शियल वाहनों को निर्धारित टोल टैक्स का 50 फीसदी देना होगा। सिवाया टोल प्लाजा के लिए नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा आसपास के 84 गांवों (शहरी क्षेत्र भी) को अप्रूव किया गया है। इन गांवों में रहने वालों को लोकल यूजर घोषित किया गया है। इन एरियाज के करीब 2 हजार लोकल वाहनों को आईडेंटीफाई किया गया है। इसके अलावा एनएचएआई लोकल यूजर को आइडेंटीफाई करने के लिए गूगल मैप (जियो टैगिंग) से समय-समय पर सर्वे भी कराता रहता है।

अपडेट होगा लोकल यूजर का डाटा

लोकल यूजर को फास्टैग हासिल करने के लिए ऑनर को वाहन की आरसी (जो आईडेंटीफाई लोकल एरिया के एड्रेस पर हो) के अलावा लोकल का एड्रेस पू्रफ और फोटो देना होगा। फास्टैग हासिल करने की प्रक्रिया सामान्य ही होगी। बस लोकल यूजर को फास्टैग हासिल करने के बाद छूट (रियायत) के लिए टोल प्लाजा कार्यालय पर संपर्क करना होगा। यहां यूजर एक बार फिर आरसी, एड्रेस पू्रफ की फोटो कॉपी देकर डाटा लोकल यूजर की लिस्ट पर अपडेट करा देगा जिसे सर्विस प्रोवाइड कंपनी संबंधित फास्टैग इश्यू करने वाली बैंक को दे देगा और बैंक अपने सॉफ्टवेयर में उसे लोकल यूजर के तौर पर दर्ज कर लेगा, जिसके बाद उसे टोल टैक्स में रियायत मिलने लगेगी। यदि किसी लोकल यूजर ने वाहन लोकल एरिया के बाहर खरीदा है, या किसी अन्य स्टेट से खरीदा है तो वो आरसी के साथ लोकल एरिया में रहने का प्रमाण (आईडी) साथ में देगा। और छूट का लाभ ले सकेगा।

मेरठ में अब तक 2 हजार

वेस्टर्न यूपी टोल वे लिमिटेड के ऑपरेशन मैनेजर ने बताया कि सिवाया टोल प्लाजा से गुजर रहे वाहनों में सिर्फ 25 फीसदी वाहन ही ऐसे हैं जिसमें फास्टैग लगा हुआ है। 75 फीसदी वाहन आज भी कैश पेमेंट कर रहे हैं। ऐसे में एक बड़ी समस्या वाहनों का टोल प्लाजा से पास कराने की होगी, क्योंकि नई व्यवस्था के तहत 10 लेन फास्टैग के लिए रिजर्व हैं सिर्फ दो लेन से ही आते-जाते वाहनों को कैश पेमेंट वाली लेन से गुजारा जा सकता है। इसी के चलते एनएचएआई ने फास्टैग को इम्प्लीमेंट कराने के लिए डेट को बढ़ाकर 15 दिसंबर किया है। वहीं मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा पर शनिवार दोपहर तक 2 हजार वाहनों का ही फास्टैग इश्यू हुआ है।

दोगुना देना होगा जुर्माना

ऑपरेशन मैनेजर ने बताया कि फास्टैग के लागू होने की अवधि के बाद यदि कोई फास्टैग लेन से पास होने की कोशिश करेगा तो उसे टोल टैक्स का दोगुना जुर्माना देना होगा। वहीं उन्होंने बताया कि अभी राज्य सरकार के टोल प्लाजा पर एनएचएआई का फास्टैग मान्य नहीं होगा। जल्द ही राज्यों के परिवहन मंत्रालय और केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के साथ एक बैठक होनी है जिसमें एनएचएआई के फास्टैग को राज्य सरकारों के टोल प्लाजा पर मान्यता को लेकर फैसला होगा।

Posted By: Inextlive