-कॉशन पर आ रही थी अंत्योदय एक्सप्रेस, देख नहीं सके दोनों

बरेली : परसाखेड़ा में पटरी मरम्मत के काम में लगे पिता-पुत्र सोमवार को ट्रेन की चपेट में आ गए। जिससे दोनों की मौके पर मौत हो गई। पिता-पुत्र दोनों अमरोहा जिले के रहने वाले थे और रेलवे ठेकेदार के अंडर में काम करते थे।

परसाखेड़ा में रेलवे स्टेशन के पास दोपहर करीब 12 से शाम पांच बजे तक ब्लॉक लेकर पटरी मरम्मत होनी थी। इसको लेकर तैयारियां की जा रही थीं। सुबह नौ बजे अमरोहा जिले के डिंडोली थाना क्षेत्र के गांव बरखेड़ा निवासी मुहम्मद यूसुफ, उनके बेटे मुहम्मद समीर समेत पांच मजदूर ब्लॉक की तैयारी को लेकर आसपास काम कर रहे थे। ठेकेदार ने इन्हें काम पर लगाया था। चूंकि ब्लॉक की तैयारी पहले से थी, इसलिए कॉशन पर ट्रेनें गुजारी जा रही थीं। सुबह करीब साढ़े नौ बजे डाउन लाइन पर अंत्योदय एक्सप्रेस धीमी गति से आ रही थी। यह देख तीन मजदूर तो ट्रैक से हट गए मगर मुहम्मद यूसुफ व मुहम्मद समीर का ध्यान उस ओर नहीं गया। साथी मजदूरों ने आवाज भी लगाई मगर वे सुन नहीं सके। इसी दौरान वे अंत्योदय एक्सप्रेस की चपेट में आ गए जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई। घटना के बाद अन्य मजदूरों ने हंगामा किया।

जंक्शन पर लोको पायलट बदला

हादसे के बाद ट्रेन बरेली जंक्शन पहुंची। यहां ट्रेन से लोको पायलट को घटना की जानकारी के लिए रोका गया। चूंकि मामले में लोको पायलट के भी बयान होने थे, ऐसे में ट्रेन की रवानगी के लिए दूसरे लोको पायलट की ड्यूटी लगाई गई। इस बीच ट्रेन बरेली जंक्शन पर करीब पौन घंटा खड़ी रही।

परसाखेड़ा में ठेकेदार के अंडर काम कर रहे दो मजदूरों की मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई। पोस्टमार्टम कराकर शव अमरोहा के बरखेड़ा गांव भेजे जाएंगे।

- किशन अवतार, जीआरपी इंस्पेक्टर, बरेली जंक्शन

Posted By: Inextlive