- 7 माह पहले कुरान पर हाथ रखकर कसम खाने पर बदल दिया था प्लान

- आसिम अली के संपर्क में आने से दोबारा एक्टिव हुआ मर्डर का प्लान

- साजिशकर्ता फैजान को डेढ़ माह पहले मर्डर प्लान की हुई थी जानकारी

LUCKNOW : हिंदू नेता कमलेश की हत्या करने के लिए अशफाक और राशिद पठान पिछले चार साल से योजना बना रहे थे। इसेजमीन पर एक साल पहले पूरी तरह से लाया गया। हालांकि सात माह पहले कमलेश की हत्या की साजिश का पता अशफाक के पिता और पत्नी को चल गया था। अशफाक की कट्टपंथी छवि को बदलने और गुनाह से रोकने के लिए दोनों ने काफी प्रयास किया था। पिता ने अशफाक के हाथ में कुरान रखकर गुनाह न करने की कसम दी दिलाई थी। कुरान की कसम खाने के बाद अशफाक ने उस समय प्लान को वहीं रद्द कर दिया था।

आसिम के संपर्क में आने पर हुए एक्टिव

करीब एक साल पहले ही अशफाक और मोईनुद्दीन नागपुर के आसिम अली के संपर्क में आए थे। मॉनीयरिटी डेवलपमेंट सोसाइटी का सचिव आसिम के यू ट्यूब चैनल के जरिए अशफाक को मोटीवेशन स्पीच देता था। उसे कट्टरपंथ की तरफ बढ़ने के लिए उत्तेजित भी करता था। इस बार अशफाक ने अपने प्लान की भनक परिजनों को नहीं लगने दी थी। हालांकि घटना से कुछ दिन पहले ही उसकी पत्नी को जानकारी हो गई थी और घटना के बाद दोनों ने अपने परिवार को फोन करके पूरी जानकारी भी दी थी।

फैजान से कहा था वाजिब कत्ल है

कमलेश की हत्या के आरोप में पकड़े गए साजिशकर्ता फैजान सभी 6 आरोपियों में सबसे कम उम्र का है। वह कुछ वर्ष पहले ही अशफाक के संपर्क में आया था। हिंदू नेता की हत्या की जानकारी उसे डेढ़ माह पहले हुई थी, जिस पर उसने अशफाक से पूछा था कि आखिर हत्या क्यों करना चाहते हैं। अशफाक ने उसे जवाब दिया था कि उसने (कमलेश) ने पैगंबर साहब की गुस्ताखी में बहुत गलत शब्द का प्रयोग किया था, जिसके चलते इस्लाम में उसकी हत्या वाजिब कत्ल है। 16 अक्टूबर को फैजान को सूरत की धरती स्वीट हाउस से मिठाई लाने के लिए भेजा गया था। मिठाई लाने के बाद फैजान सभी के साथ अशफाक और मोईनुद्दीन को रेलवे स्टेशन छोड़ने भी आया था।

Posted By: Inextlive