-डीएम ने आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक के ग्राम प्रधानों के साथ की बैठक, सफाई से रहने और पुराने नुख्शे अपनाने को कहा

-बुखार से बचाव के लिए देहात क्षेत्रों के साथ शहर के संजयनगर में लगाया गया हेल्थ चेकअप कैंप

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20 अगस्त से 16 सितम्बर तक का आंकड़ा

71-टीमें बुखार नियंत्रण के लिए बनाई गई

10-ब्लॉक हुए बुखार से प्रभावित

45,490-बुखार मरीजों का अब तक किया जा चुका है इलाज

109-गांव डिस्ट्रिक्ट के हुए बुखार से प्रभावित

24,784-रोगियों की आरडीटी किट से की गई जांच

8894-मरीजों की बनाई गई ब्लड की स्लाइड

3887-मलेरिया रोगी पाए गए डिस्ट्रिक्ट में

31767-ओरआरएस पैकिट किए जा चुके हैं वितरित

44515-क्लोरीन टेबलेट्स की जा चुकी है वितरित

24-मौत स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में हुई है अब तक

BAREILLY :

डिस्ट्रिक्ट में संक्रामक बुखार थमने का नाम नहीं ले रहा है। संडे को भी संक्रामक बुखार से मासूम सहित पांच लोगों की जान चली गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें संडे को छुट्टी वाले दिन भी क्षेत्र में कैंप और दवा वितरित करती रही। सीएमओ के आदेश पर संडे को भी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में डॉक्टर्स बैठे और रोगियों का इलाज किया गया। सुबह से दोपहर तक चली ओपीडी में 500 मरीज पहुंचे। वहीं मरीजों ने ओपीडी में डॉक्टर्स के नहीं मिलने का भी आरोप लगाया।

आंवला में बुखार से दो की मौत

आंवला क्षेत्र में संडे को बुखार से दो और लोगों की मौत हो गई, अलीगंज क्षेत्र के गांव मण्डोरा में छोटेलाल की बुखार मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में 12 लोग बुखार की मौत हो चुकी है। वहीं विशारतगंज क्षेत्र के गांव नूरपुर बुजुर्ग में सोहनलाल लोधी की बुखार से मौत हो गई है।

देवरनिया में बुखार से किशोरी की मौत

देवरनिया के गांव कमालपुर में बुखार से 18 वर्षीय किशोरी सवित्री देवी की मौत हो गई। सावित्री के पिता जसवंत ने बताया कि उसे एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। गांव में इलाज करा रहे थे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, और उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि इसके अलावा पूरे परिवार को भी बुखार आ रहा है।

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मासूम सहित दो की मौत

फतेहगंजपूर्वी के गांव भिटारा निवासी इंद्रपाल सिंह 30 वर्षीय की बुखार के चलते सैटरडे रात मौत हो गई। परिजनों बताया कि उसे कई दिन से बुखार आ रहा था। वहीं कस्बा के मोहल्ला साहूकारा निवासी उमेश सक्सेना की 10 वर्षीय बेटी मुस्कान 10 की वायरल तथा डायरिया के चलते मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि वह झोलाछाप से इलाज करा रहे थे। सैटरडे को उसकी हालत बिगड़ और रात में उसकी मोत हो गई। वही चिकित्सा प्रभारी फरीदपुर डॉ। सौरभ सिंह ने बताया स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार गांव कस्बों में कैंप कर तथा ब्लड सैंपल ले रही है.

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झोलाछाप से इलाज न कराएं-डीएम

भमोरा के आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक सभागार में ग्राम प्रधानों व स्टाफ की डीएम वीरेन्द्र कुमार सिंह ने बैठक ली। जिसमें उन्होंने कहा कि बुखार से सर्वाधित प्रभावित आंवला क्षेत्र है स्वास्थ्य विभाग हरसम्भव प्रयास कर रहा है। उन्होनें कहा कि दिल्ली व लखनऊ की टीमों ने भी जो सर्वे किया है उसमें बुखार के प्रकोप का जो कारण बताया गया है। उन्होंने कहा कि गंदगी तथा झोलाछाप व नीम हकीमों से इलाज बिल्कुल न कराएं सरकारी अस्पताल या फिर डॉक्टर के पास जाएं। पुराने नुस्खे आजमाएं, गांव में सफाई रखें सभी ग्राम प्रधान जिन्हें जरूरत है वे सफाई के उपकरण तत्काल खरीद लें, सफाई कार्य में कोताही न बरते गांव में कूड़ा व पत्तियां आदि जलाकर धुंआ करे, जिससे मच्छर भाग जाए। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी।

Posted By: Inextlive