-लाइन मेंटीनेंस और अनशेड्यूल पावर कट कर रहे परेशान

-शनिवार को आधे शहर में छाया रहा बिजली का संकट

-सुबह-शाम शहरवासी झेल रहे बिजली की भारी किल्लत

Meerut । शहर में उमस भरी गर्मी के बीच हो रही बिजली की जबरदस्त कटौती ने शहरवासियों को मुसीबत में डाल दिया है। लाइन मेंटीनेंस और अनशेड्यूल्ड रोस्टिंग के नाम पर की जा रही 7 से 8 घंटो की कटौती से लोगों में आक्रोश पनप रहा है। हालांकि लंबे समय से बिजली विभाग बेहतर पॉवर सप्लाई का दावा करता आ रहा है, लेकिन बिजली के झटकों ने एक बार विभाग के वादों और दावों की पोल खोल दी है।

रोस्टिंग व इमरजेंसी रोस्टिंग

शहर में इस समय बिजली की अंधाधुंध कटौती है। हालांकि बिजली के लखनऊ मुख्यालय से शहर को रोस्टिंग मुक्त रखा गया है, बावजूद इसके शहर में सात से आठ घंटे की कटौती की जा रही है। विभागीय अधिकारियों से जब बिजली कटौती का कारण पूछा जाता है तो वह इमरजेंसी रोस्टिंग बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं।

न सुबह न शाम को बिजली

शहरवासियों को सबसे अधिक बिजली की जरूरत सुबह और फिर शाम को होती है, लेकिन शहर में सुबह 8 से 11 व शाम को 7 से 11 बजे तक बिजली कटौती की जा रही है, जिससे लोगों के सामने बिजली-पानी का संकट खड़ा हो गया है। दरअसल, सुबह के समय जहां बच्चे स्कूल व नौकरी पेशा वाले लोगों बाहर जाना होता है, वहीं इसी समय ही घरों में भी घरेलू कामों के लिए बिजली-पानी की अधिक आवश्यक्ता होती है।

लाइन शिफ्टिंग मतलब लंबी कटौती

पीवीवीएनएल इन दिनों शहर में लाइन स्ट्रेथनिंग और मेंटीनेंस का काम कर रहा है। इसके अंतर्गत शहर के सभी पावर स्टेशन को रखा गया है। जिस भी पावर स्टेशन पर काम करना होता है। उस क्षेत्र में सुबह 8 से शाम 3 बजे तक पावर सप्लाई बंद रखी जाती है। ऐसे में गर्मी के कारण लोग भारी मुश्किलों को सामना कर रहे हैं।

कम हो रही सप्लाई

विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो इस समय शहर में बिजली की मांग के सापेक्ष आपूर्ति में भारी कमी है। जिसके चलते शहर में बिजली का संकट बना हुआ है।

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ये हैं हालात

बिजली की मांग

700 मेगावाट

उपलब्ध बिजली

400 मेगावाट

बिजली की कमी

300 मेगावाट

यहां रही कटौती

नेहरू नगर, फूलबाग कॉलोनी, पंचशील कॉलोनी, वैशाली, सम्राट कॉलोनी, सूरजकुंड, गंगानगर, कंकरखेड़ा, हापुड रोड, करीम नगर, ढ़बाई नगर, इंद्रलोक कॉलोनी, रामनगर, हापुड अड्डा व अजंता कॉलोनी।

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सुबह के समय अक्सर बत्ती गुल रहती है। बत्ती गुण होने के चलते पानी चला जाता है। पानी की किल्लत की वजह से नहाने का पानी नहीं मिलता।

-काजी शादाब, कोतवाली

बच्चे सुबह-सुबह स्कूल जाते हैं। उनको नहलाने के लिए जहां पानी नहीं होता, वहीं घरेलू कामों में भी पानी की जरूरत पड़ती है।

-गरिमा शर्मा, गृहणी गंगानगर

शहर में बिजली का बुरा हाल है। चार घंटे की रोस्टिंग के नाम पर विभाग छह से आठ घंटे की कटौती कर रहा है। सबसे अधिक समस्या पानी की है।

-डॉ। इंद्रजीत सिंह

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ऑफिशियल स्टैंड

विभाग के अनुसार सुबह व शाम को पीक आवर्स माना जाता है। इस समय चूंकि बिजली की अधिक आवश्यक्ता होती है, लिहाजा विद्युत भार निर्धारित क्षमता से अधिक हो जाता है। इस समस्या से पार पाने के लिए इमरजेंसी रोस्टिंग करनी पड़ती है।

-आरके राणा, एसई अर्बन

आई कनेक्ट

क्यों बिजली सप्लाई दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है?

Posted By: Inextlive