- बोगी का कलर चेंज करने की तैयारी कर रहा रेलवे

- सिर्फ महिला सिपाही, महिला कंडक्टर के साथ महिला वेंडर ही कर सकेंगे एंट्री

- पैनिक बटन के जरिए डायरेक्ट सिक्योरिटी ऑफिसर्स तक पहुंचेगा मैसेज

GORAKHPUR: महिलाएं निडर होकर सफर कर सकें, इसके लिए रेलवे ने अलग महिला बोगी की व्यवस्था की है, लेकिन इसमें आए दिन पुरुष कब्जा जमा लेते हैं। पकड़े जाने पर उनके पास ट्रेन चलने और बोगी न पहचान पाने का बहाना होता है। मगर अब वह ऐसा नहीं कर पाएंगे। ऐसा इसलिए कि रेलवे अब महिला बोगी की अलग पहचान बनाने जा रहा है। इसके लिए जहां उसका कलर चेंज करने की कवायद चल रही है, तो वहीं उसमें चलने वाले स्टाफ भी महिला करने की तैयारी शुरू हो चुकी है। सबकुछ ठीक रहा, तो जल्द ही पैसेंजर्स को इसका फायदा मिलने लगेगा।

कलर होगा दूसरी बोगी से अलग

महिला बोगियों की खास पहचान बनाने के लिए रेलवे सबसे पहले उसके आउटर लुक को ही चेंज करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए बोगी का एक खास कलर होगा, जो ट्रेन के दूसरे डब्बों से उसे अलग करेगा। इससे महिलाएं दूर से ही अपनी बोगी को पहचान लेंगी, वहीं कोई पुरुष भी इन बोगियों में चढ़ने से पहले सोचेगा और उनका बहाना भी नहीं चल सकेगा। पकड़े जाने पर उनका चालान भी तय है।

महिला कंडक्टर करेंगे चेकिंग

महिलाओं को ऑकवर्ड न फील हो और वह पूरी तरह से कंफर्टेबल होकर सफर कर सकें, इसके लिए इन बोगियों में महिला कंडक्टर की तैनाती की जाएगी। यही महिलाओं का टिकट चेक करेंगी, वहीं इसमें आरपीएफ की महिला कांस्टेबल भी तैनात की जाएंगी, जिससे यहां अनऑथराइज कोई भी व्यक्ति घुसने की हिम्मत न कर सके। अगर कोई इसमें जबरदस्ती घुस भी जाता है, तो महिलाओं की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन भी दिया गया है, जिसे दबाते ही सिक्योरिटी ऑफिसर्स तक मैसेज पहुंच जाएगा और नेक्स्ट स्टेशन पर सिक्योरिटी फोर्स ट्रेन को अटेंड कर उनपर कार्रवाई करेगी।

यह सुविधाएं भी होंगी मौजूद

- सुरक्षा के लिए हेल्पलाइन नंबर 182

- महिला बोगियों में सीसीटीवी कैमरे

- बोगियों में अलग से प्रसाधन केंद्र

- बोगियों में मजबूत होंगी खिड़कियां

- स्टेशन पर सेनेटरी नैपकिन की सुविधा

- स्टेशन पर छोटे बच्चों के लिए रूम

बॉक्स

महिलाओं को छह बर्थ

रेलवे बोर्ड ने अब सभी एसी ट्रेंस (हमसफर, राजधानी और दुरंतो) के सभी कोच में महिलाओं के लिए चार की जगह अब छह लोअर बर्थ रिजर्व कर दी है। अकेले या ग्रुप में जाने वाली 45 साल से ऊपर या गर्भवती महिलाओं को इसका फायदा मिलेगा। खाली रहने पर ही यह बर्थ सीनियर सिटीजन को दे दी जाएंगी। यह सुविधा सिर्फ एसी थर्ड में ही मिलेगी। इसके अलावा सभी सामान्य एक्सप्रेस ट्रेनों के स्लीपर में छह, एसी टू और थर्ड टियर में नीचे की तीन-तीन बर्थ फीमेल के लिए रिजर्व रहती हैं।

वर्जन

महिला बोगियों का कलर बदलने की प्रॉसेस चल रही है। वहीं फीमेल बोगियों में फीमेल कंडक्टर और फीमेल सिक्योरिटी फोर्स के जवान भी चलेंगे। इसमें पुरुषों की एंट्री पूरी तरह से बैन रहेगी। वहीं सुरक्षा के लिहाज से पैनिक बटन भी लगाया जाएगा।

- संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive