चौराहे पर रहती है हर वक्त पुलिस

फिर भी मजनुओं का रहता है जमावाड़ा

आगरा। सिटी का सबसे ज्यादा व्यस्त चौराहा भगवान टॉकीज है। इसे हम एक तरह से सिटी का आइना भी कह सकते हैं। यहां पर सिटी के कई शहरों को रास्ते जाते हैं। बाहर के लोग यहां की छवि को लेकर दूसरे शहरों तक जाते हैं। क्या विचार आता होगा यह देख कर कि सिटी की महिलाएं और लड़कियां कितनी असुरक्षित हैं। ऐसे में वे अपनी बच्ची या बहन को शिक्षा या जॉब के लिए नहीं भेजने से पहले सौ बार सोचते होंगे।

सीन 1

भगवान टॉकीज के सामने एक लड़की धीमी गति से निकल कर जा रही थी। सड़क किनारे एक महाशय स्कूटर रोककर उसकी चाल देखने लग जाते हैं। वह उसकी ओर देखने में इतने मशगूल हो जाते हैं कि उन्हें यह भी ध्यान नहीं रहता कि आई नेक्स्ट का कैमरा उन्हें काफी देर से फॉलो कर रहा है। जब तक वह लड़की उनकी आंखों के सामने से बिल्कुल विलुप्त नहीं हो गई तब तक वह उसे बराबर एकटक घूरते ही रहे।

रिपोर्टर- आप इस लड़की को क्यों ताक रहे थे?

महाशय- अरे नहीं यह कुछ पहचानी हुई सी लग रही थी।

रिपोर्टर- आपने उससे पूछा क्यों नहीं? वह तो आपके सामने से ही गुजरी थी।

महाशय- सकपकाते हुए, तो क्या आप हमे ही ताक रहीं थी?

रिपोर्टर- हम नहीं हमारा कैमरा आपको ताक रहा था।

महाशय- आप हैं कौन हमसे इस तरह से सवाल-जवाब क्यों कर रहीं हैं? आप पुलिस वाली हैं क्या? कहता हुआ वहां से तुरंत रफूचक्कर हो गया।

सीन 2

एक महिला भगवान टॉकीज पुल के नीचे ही अपने दो बच्चों के साथ अपने पति का वेट कर रही थी। तभी दो लड़के उसे देखते ही रुक गए। दोनों लड़के चौराहे पर बनी रैलिंग पर बैठ जाते हैं। उसे देखकर कमेंट करते हैं, साथ ही लगातार उसे घूरते रहते हैं। इसी बीच उसका पति उसे व अपने बच्चों को लेकर वहां से चला जाता है। वहीं लड़के भी कुछ देर बाद चले जाते हैं।

रिपोर्टर- आप इस तरह से काफी देर से क्या कमेंट कर रहे थे?

लड़के- अरे नहीं हम उसे देखकर नहीं आपस में ही बात कर रहे थे।

रिपोर्टर- आप तो उसे बराबर ताक रहे थे। आप जानते थे क्या?

लड़के- सकपकाते हुए, अरे नहीं, नहीं तो हम उसके लिए नहीं हम तो अपने दोस्त का वेट कर रहें हैं। आपको अगर परेशानी है तो हम यहां से चले जाते हैं। कहते हुए वह वहां से चले जाते हैं।

सीन 3

दो लड़कियां जा रहीं हैं। जिसे कुछ लड़के बाइक से कुछ कमेंट करते हुए निकल जाते हैं। बाइक वाले लड़के अपनी बाइक रोककर खड़े हो जाते हैं पर लड़कियां बिना बोले चली जाती हैं।

रिपोर्टर- आप इन्हें देखकर क्या कह रहे थे?

लड़के- मुस्कराते हुए, अरे इन्हें देखकर भला हम क्या कह सकते हैं?

रिपोर्टर- आपने शायद कोई कमेंट किया था? अगर इन लड़कियों ने सुन लिया होता तो?

लड़के- सुन लेतीं तो क्या? हम उनसे नहीं आपस में बात कर रहे थे। अब आपस में तो कुछ भी कह सकते हैं न?

रिपोर्टर- आपको डर नहीं लगता पुलिस से कंपलेन कर दें तो?

लड़के- पुलिस का क्या, पैसे लेकर अपना मुंह बंद कर लेती है। इतनी सुधरी ही हो पुलिस तो फिर कहने ही क्या मैडम। फिर आप हमसे यह सब क्यों पूछ रही हैं?

रिपोर्टर- हम नहीं सिटी की हर महिला आपसे सवाल कर रही है, आप लोग कब सुधरेंगे?

लड़के- हमारे सुधरने से क्या होगा? आप किस-किस को सुधारोगी? कहते हुए चले जाते हैं।

आई नेक्स्ट द्वारा लड़कों के सामने तीन सवाल रखे गए।

आप महिलाओं का सम्मान करते हैं?

अगर आपसे कोई हेल्प मांगे तो आप क्या करते हैं?

आपके सामने अगर कुछ गलत हो रहा है तो आप क्या करेंगे?

Posted By: Inextlive