DGP जावीद अहमद ने की घोषणा, बताने वाले का नाम रखा जाएगा गोपनीय

12 जनवरी को जीवन ज्योति हॉस्पिटल में घुसकर बदमाशों ने की थी हत्या

ALLAHABAD: फाइनली पुलिस ने हथियार डाल दिए हैं। पब्लिक की शरण में आ गए हैं वह भी 50 हजार रुपए की इनाम राशि के साथ। अब पब्लिक को जीवन ज्योति हॉस्पिटल के निदेशक डॉ। एके बंसल के हत्यारों का सुराग देना है। बदले में उन्हें मिलेगा पचास हजार रुपए का इनाम। पुलिस हत्यारों का सुराग देने वालों का नाम और पता गोपनीय रखेगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें सुरक्षा भी मुहैया कराएगी।

अंधेरे में चलते रहे तीन, सुराग नहीं

शहर के जाने माने सर्जन व जीवन ज्योति के निदेशक डॉ एके बंसल की हत्या 12 जनवरी को हुई थी। घटना के दिन शाम सात बजे वह अपने केबिन में बैठे मरीजों को देख रहे थे। इसी दौरान उन्हें गोली मार दी गई। तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका और इसी दिन देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया। इस सनसनीखेज हत्याकांड से शहरी स्तब्ध थे तो पुलिस अफसरों की नींद उड़ गई। घटना के विरोध में डॉक्टर सड़क पर उतर आए तो जांच के लिए पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच और एसटीएफ तीनों को उतार दिया गया। तीनों टीमों ने फिजिकल से लेकर इलेक्ट्रानिक मीडियम से हत्यारों का सुराग लगाने की कोशिश की। लखनऊ, वाराणसी से लेकर दिल्ली तक की दौड़ लगाई लेकिन न हत्यारों का कुछ पता चला और न ही हत्या का कोई कारण पता चला।

स्केच जारी करना भी काम न आया

पुलिस ने कोई सुराग न मिलने पर घटना के समय हॉस्पिटल में मौजूद कर्मचारियों से मिली जानकारी के आधार पर दो लोगों का हुलिया तैयार करके स्केच जारी किया। एक पखवारे से अधिक बीत जाने के बाद भी यहां कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद अब डीजीपी जावीद अहमद ने हत्यारों का सुराग देने वाले को पचास हजार रुपए इनाम में देने की घोषणा की है। इस बात की घोषणा करते हुए डीजीपी ने कहा कि कातिल की सुराग देने वाले शख्स का नाम गोपनीय रखा जाएगा।

Posted By: Inextlive