-असहिष्णुता के मुद्दे पर बोले फिल्म निर्देशक महेश भट्ट

-फिल्म इंडस्ट्री के दो फाड़ में बंटने पर जताया अफसोस

ALLAHABAD: अपनी फिल्म 'सारांश' में ब्रेक देकर इंड्रस्टी को अनुपम खेर जैसा शानदार अभिनेता देने वाले महेश भट्ट आज अपने फेवरेट एक्टर से ही इत्तेफाक नहीं रखते। असहिष्णुता के मुद्दे पर उनका कहना है कि अनुपम खेर को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। सम्मान लौटाने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र हे और ये हमें अपनी बात को रखने की आजादी देता है। प्रत्येक नागरिक को किसी भी मुद्दे पर विरोध का अधिकार प्राप्त है। ये बातें संडे को सिटी पहुंचे फेमस बॉलीवुड डायरेक्टर महेश भट्ट ने मीडिया से बातचीत में कहीं।

अनुपम खेर से नहीं हूं एग्री

देश में असहिष्णुता के मुद्दे पर चले गतिरोध और सम्मान लौटने को लेकर हो रहे विवाद पर उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विरोध होते रहना चाहिए। अगर किसी को कोई बात से आपत्ति है और वो अपना विरोध दर्ज कराते हैं तो ये गलत नहीं है.असहिष्णुता के मुद्दे पर सम्मान लौटाने वालों के विरोध में अनुपम खेर व कई अन्य फिल्म इंड्रस्टी के लोगों द्वारा निकाले गए मार्च पर महेश भट्ट ने कहा कि मैं अनुपम से एग्री नहीं करता है। आज ही मेरी अनुपम से बात हुई। वे बेहद संजीदा कलाकार हैं, उन्हें इंडस्ट्री को दो भागों में बंटने से रोकने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। अगर उन्हें कुछ करना ही है तो वे सरकार व इंड्रस्टी के बीच पुल बनने का काम करें जिससे ये समस्याएं दूर हो सके।

राजनीति से न जोड़ें

पुरस्कार लौटाने वालों पर पॉलिटिकल पार्टी के होने के आरोप संबंधी सवाल पर उनका कहना है कि मैं ऐसा नहीं मानता हूं। क्योंकि अगर दो या चार लोग ही पुरस्कार या सम्मान लौटाते तो ये माना जा सकता था, लेकिन इतनी बड़ी तादात में पुरस्कार लौटाने वालों को किसी पॉलिटिकल पार्टी से जोड़कर देखना गलत है। ये उन लोगों की अपनी व्यक्तिगत राय है। इसलिए इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए।

Posted By: Inextlive