RANCHI : भू-माफियाओं की फाइलें थानों से गायब होती जा रही है। यह वैसे जमीन कारोबारियों की फाइलें हैं जिनके खिलाफ विभिन्न अदालतों में मुकदमा चल रहा है। कुछ गिने-चुने कनीय पुलिस अफसरों द्वारा जमीन हड़पने व जमीन को लेकर हुई खूनी अदावतों की फाइलें दबा देने से इसके अनुसंधान पर असर पड़ रहा है। इतना नहीं, थानों में जमीन कारोबार को लेकर चल रहे मामलों की जानकारी भी नए थानेदारों को नहीं मिल पा रही है।

भू-माफिया को देते सूचना

कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा भू माफियों को सूचना लीक करने की भी शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। हाल के दिनों में एक पुलिसकर्मी को इसलिए वरीय अधिकारियों ने डांट लगाई थी क्योंकि उस पर भू-माफियाओं से सांठगांठ का आरोप लगा था और वह पुलिस की गोपनीय सूचनाओं से भू माफिया को अवगत करा रहा था। इतना ही नहीं, कई पुलिसकर्मियों के भू-माफिया के साथ मिलकर जमीन का कारोबार भी कर रहे हैं।

जमीन कारोबारियों की हो रही लिस्ट तैयार

सूचना के मुताबिक, रांची एरिया में थानावार जमीन कारोबारियों की सूची फिर से तैयार की जा रही है। इस सूची में वैसे लोगों को शामिल किया गया है कि जिन पर जमीन विवाद में हुई हत्याओं और हंगामा के मामले में दाग लग चुका है। जमीन के कारोबार में कई नक्सलियों के भी नाम हैं। गौरतलब है कि इस लिस्ट में वैसे लोगों के नाम हैं जो पुलिस संरक्षण में जमीन कब्जा करने का काम करते हैं।

इन जमीन कारोबारियों पर है नजर

राकेश राम, सगीर अंसारी बबलू(तुपुदाना), बादल गोप(लोहरदगा), अफजल खान(हेसाग), पप्पू सिंह, अमरेंद्र सिंह(हटिया), धनंजय मुंडा(नामकुम), फिरोज(पुंदाग), सुभाष, कर्मा (तुपुदाना), मो इश्तियाक(सीठियो), बेड़ो के प्रताप सिंह, दीपक सिंह, रातू रोड के कुल्लू बंगाली, अल्ताफ, बूचन(डोरंडा), पीएलएफआई का पूर्व एरिया कमांडर सुमंत(अरगोड़ा), सुरेंद्र कच्छप(लटमा), नरेश बुतरू(हटिया), पवन गोप(खूंटी), पोखरटोली डोरंडा के मदन, धुर्वा के राजीव रंजन सिंह, देवनाथ आइंद (तुपुदाना) बुधू कच्छप (कांठीटांड) माधो कच्छप (तुपुदाना) बबलू सिंह हटिया, समंदर मिडढा (लटमा)नंदन यादव (धुर्वा) नीरू लाल (नामकोम)व आफताब (पुंदाग)।

Posted By: Inextlive