आई शॉकिंग-

स्लग: रिम्स के किचन के दोनों प्यूरीफायर पिछले दो महीनों से खराब पड़े हैं, प्रबंधन बेफिक्र

-मिसेलिनियस स्टोर प्रभारी को डीएस ने दिया मेंटेनेंस कराने का आदेश

>ranchi@inext.co.in

RANCHI (10 Mar): रिम्स के किचन का वाटर फिल्टर पिछले दो महीनों से खराब पड़ा है। ऐसे में हास्पिटल में एडमिट मरीजों के लिए खाना टंकी के पानी में ही तैयार किया जा रहा है। इससे मरीजों को इंफेक्शन होने का डर सता रहा है। इसे बनाने के लिए किचन संचालकों ने प्रबंधन को कई बार चिट्ठी भी लिखी, लेकिन फिल्टर बनाने की पहल नहीं हुई। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या किसी हादसे के बाद ही रिम्स प्रबंधन की नींद खुलेगी। बताते चलें कि दो महीने से अधिक समय से किचन के दोनों फिल्टर खराब पड़े हैं।

दोनों एक्वागार्ड बने शोपीस

किचन में दो बड़े एक्वागार्ड लगाए गए हैं, जिसे डायरेक्ट टंकी से ही कनेक्ट कर दिया गया है। इससे नल खोलते ही पानी फिल्टर होकर मिलता है। दोनों ही फिल्टर की क्षमता दो-दो हजार लीटर प्रति घंटा है। लेकिन दोनों फिल्टर खराब होने के बाद से टंकी का पानी बिना फिल्टर हुए डायरेक्ट किचन में आ रहा और उसका इस्तेमाल मरीज का खाना बनाने में हाे रहा है।

1200 मरीजों का डेली बनता है खाना

रिम्स के इनडोर में भर्ती 1200 मरीजों का खाना हर दिन बनता है। अब टंकी के पानी से इतने मरीजों का खाना बनाकर उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जबकि टंकी की भी रेगुलर सफाई नहीं कराई जाती है। मालूम हो कि मरीजों को खाना उपलब्ध कराने का काम दिल्ली की प्राइम एजेंसी को दिया गया है। इसके तहत मरीजों को बेड पर ही खाना उपलब्ध कराया जाता है।

वर्जन

स्टोर इंचार्ज का प्रभार नए किरानी को मिला है। उन्हें फिल्टर दुरुस्त कराने को कहा गया है। चूंकि मेंटेनेंस का टाइम खत्म हो चुका है तो फिल्टर का काम रिम्स ही कराएगा। प्रभार के चक्कर में कई काम अटके पड़े थे, जो जल्द ही कराए जाएंगे।

-डॉ। गोपाल श्रीवास्तव, डीएस, रिम्स

Posted By: Inextlive