RANCHI : नाबालिग बच्ची की पिटाई और प्रताडि़त करने के मामले में आरोपी बीडीओ रजनीश कुमार सिंह और उनकी पत्नी मोनालिसा के खिलाफ बीआईटी ओपी में एफआईआर दर्ज की गई। सीडब्ल्यूसी और बच्ची के बयान पर थाने में बाल श्रम को लेकर यह केस दर्ज की गई। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। सीडबल्यूसी की सदस्य मीरा मिश्रा ने कहा कि इस ममाले में समिति बीडीओ पर कार्यवाई की मांग करेंगी।

बात-बात में होती थी पिटाई

बच्ची ने सीडब्ल्यूसी को बताया कि घर में सुबह छह बजे से रात दस बजे तक काम कराया जाता था। गलती हो न हो, लेकिन मालकिन बात-बात पर पिटाई करती थी। मारने-पिटने के लिए वह कलछुल, बेलन, जूते, चप्पल तक का इस्तेमाल करती थी। खाना भी समय पर नहीं मिलता था। हमेशा बासी खाना दिया जाता था। सोने के लिए बिस्तर नहीं दी गई थी। फर्श पर ही सोना पड़ता था। बच्ची ने अपने शरीर पर जख्म के निशान भी सदस्यों को दिखाए।

मंगलवार को बच्ची कराई गई थी मुक्त

चाइल्ड लाइन के सहयोग से श्रम विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार को बीआईटी ओपी क्षेत्र में स्थित ग्रीन सिटी अपार्टमेंट में बीडीओ रजनीश कुमार सिंह के फ्लैट से बच्ची को मुक्त कराया था। वह पिछले नौ महीने से यहां काम कर रही थी। इस दौरान उसे तरह-तरह की यातना दी जाती थी। मालूम हो कि आरोपी बीडीओ रजनीश फिलहाल लोहरदगा जिले के कुड़ू मे बीडीओ के रूप में पोस्टेड हैं।

Posted By: Inextlive