-टाटा स्टील में नौकरी के नाम पर 55 बेरोजगारों से ठगी

-शिकायत लेकर पीडि़त पहुंचे कदमा थाना

-दिया था फर्जी गेट पास

kanakraj.pathak@inext.co.in

JAMSHEDPUR: टाटा स्टील कंपनी में कंप्यूटर ऑपरेटर कम डाटा इंट्री ऑपरेटर के पद नौकरी देने का फर्जी मामला प्रकाश में आया है। दलालों ने भ्भ् बेरोजगार युवक-युवतियों को ठगी का शिकार बनाया है। नौकरी दिलाने के नाम पर सभी से दो-दो हजार रुपए वसूले गए थे। कदमा शास्त्री नगर निवासी आशीष कुमार शर्मा पर ठगी करने का आरोप है। दिसबंर ख्0क्ब् में आशीष ने भ्भ् बेरोजगारों से क् लाख क्0 हजार रुपए वसूले थे। मार्च ख्0क्भ् में नौकरी देने की बात कही गई थी। पीडि़तों का कहना है कि आरोपी आशीष शर्मा भी टाटा स्टील कंपनी का ही कर्मचारी है।

संजीव ने कराई थी आशीष से भेंट

पीडि़तों का कहना है कि सभी बेरोजगारों को संजीव कुमार दास ने आशीष शर्मा से भेंट कराई थी। आशीष ने सभी को कंप्ययूटर ऑपरेट के पद पर नौकरी देने की बात कही थी। इस एवज में प्रत्येक कैंडीडेट से ख्000 रुपए वसूली की थी। पीडि़त संजीव का कहना है कि आशीष शर्मा को ख्000 हजार रुपए दिए थे। नौकरी की बात अपने दोस्तों को भी बताई थी। सभी लोग टाटा स्टील में नौकरी लगने के नाम पर आशीष को पैसे दिए थे। संजीव कुमार दास सहित ठगी के शिकार दर्जन भर बेरोजगार युवक कदमा थाना पहुंचे थे। इस संबंध में आशीष शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

दिया था फजीर् गेट पास

पैसा लेने के बाद आशीष शर्मा ने क्0 लोगों को गेट पास भी दिया था। क्भ् अप्रैल ख्0क्भ् को एक जगह पर बुलाकर विजय कुमार सिंह, जया कुमारी, आरती कुमारी, शंकर नायता, राजा कुमार, गोपाल गोराई, नीरज शर्मा, संजीव कुमार दास, विक्रम गोराई और मोनू सिंह को गेट पास दिया गया था। हाईटेक इंजीनियरिंग लिमिटेड के नाम पर फर्जी गेट पास दिया गया था। गेट पास क्भ् अप्रैल ख्0क्भ् को जारी किया गया था। इसकी वैलिडिटी क्भ् जुलाई ख्0क्भ् तक थी। गेट पास लेकर जब सभी लोग टाटा स्टील प्लांट में गए तो सिक्योरिटी गार्ड ने अंदर घुसने से रोक दिया। इस पर सभी की बहसबाजी भी हुई थी। टाटा स्टील के किसी बड़े अधिकारी से मिले तो सभी बेरोजगारों को पता चला कि उनका गेट पास फर्जी है। आशीष ने सभी को चकमा दिया।

छिपकर रह रहा है आशीष

पीडि़तों का कहना है कि कदमा शास्त्री नगर निवासी आशीष कुमार शर्मा के घर जब जाते हैं तो वह नहीं मिलता है। घरवालों से हर बार कुछ न कुछ बहाना बनवा कर मिलने के लिए टाल देता है। पीडि़त कई बार उसके घर गए, लेकिन उससे मुलाकात नहीं हुई।

चेक हुआ बाउंस

विजय कुमार सिंह, जया कुमारी, आरती कुमारी, शंकर नायता, राजा कुमार, गोपाल गोराई, नीरज शर्मा, संजीव कुमार दास, विक्रम गोराई और मोनू सिंह जब आशीष शर्मा पर नौकरी का दबाव बनाने लगे, तो उसने उन्हें फेडरल बैंक का एक चेक दिया। ख्क् फरवरी ख्0क्भ् को ख्0 हजार रुपए चेक देकर सभी को ख्000 हजार रुपए वापस करने की बात कही। यह भी कहा कि जब तक कंपनी में नौकरी नहीं मिल जाती वह सभी को सैलरी देगा। लेकिन जब पीडि़त फेडरल बैंक का चेक लेकर गए तो चेक बाउंस कर गया। इसके बाद ठगी के शिकार सभी युवक आरोपी की खोजबीन करते रहे। एक दिन आरोपी ने सभी को बुलाकर कंपनी का गेट पास दिया।

फर्जी हो सकता है बाजार में बिकने वाला फॉर्म

डिस्ट्रिक्ट एंप्लॉयमेंट एक्सचेंज के डिप्टी डायरेक्टर शशि भूषण झा का कहना है कि ओपन मार्केट में बिकने वाले फॉर्म फर्जी हो सकते हैं। अप्लाई करने से पहले कैंडीडेट्स सावधानी बरतें। ऑनलाइन एडवर्टिजमेंट पर भी काफी जांच-पड़ताल के बाद ही आवेदन करें। उन्होंने कहा कि यदि कोई कंपनी सीधे अकाउंट में पैसे डालने की बात कहती है तो वह फॉर्म फर्जी हो सकता है। सरकारी और अन्य विश्सनीय संस्थाओं में रिक्रूटमेंट की जानकारी इम्प्लॉटमेंट न्यूज में दी जाती है।

हाल में हुई ठगी की घटनाएं

क्8 मई ख्0क्भ्

टाटा ग्रुप में नौकरी दिलाने वाले दो ठग गिरफ्तार

टाटा ग्रुप में नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को बिष्टुपुर पुलिस ने क्8 मई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। रूपेश कुमार और अभिषेक कुमार को बिहार के बेगूसराय से गिरफ्तार किया गया था। पीडि़त अमित कुमार के बयान पर पुलिस दोनों की खोजबीन कर रही थी। गिरोह के सदस्यों ने अमित कुमार और उसके भाई से 87 हजार रुपए ठग लिए थे। गिरोह की ओर से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी जारी किया गया था। आरोपियों के पास से फ् फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, ज्वाइनिंग लेटर का प्रिंट फॉर्मेट भी बरामद किया गया था।

क्0 अप्रैल ख्0क्भ्

कुवैत में नौकरी का दिखाया था सपना

कुवैत में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी का मामला क्0 अप्रैल को उजागर हुआ था। ईस्ट सिंहभूम के तत्कालीन एसएसपी एवी होमकर के निर्देश पर एमजीएम थाने में कपाली इसलामनगर के मो अरशद इमाम अंसारी के बयान पर चेपापुल स्थित ग्लैक्सी कंपनी के संचालक सह बर्मामाइंस निवासी कुदरत अली, कोलकाता जेडी खान रोड के कासिफ खान और हामिद खान को आरोपी बनाया गया है। ग्लैक्सी कंपनी का मुख्य कार्यालय कोलकाता के जुबराई स्कूल रायफल रोड में हैं। घटना के बाद सभी कार्यालय बंद है।

ख्7 मार्च ख्0क्भ्

रेलवे में नौकरी का झांसा देकर ठगे ब्ख् लाख

घाटशिला अनुमंडल के एक ठग गिरोह ने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर ओडि़शा के एक दर्जन लोगों से करीब ब्ख् लाख रुपए की ठगी कर ली। इसका खुलासा तब हुआ जब ओडि़शा के मयूरभंज में रहने वाले दो युवक ठग को खोजते हुए जादूगोड़ा पहुंचे और एक राजनेता को आपबीती सुनाई।

0म् मार्च ख्0क्भ्

लगाया था तीन लाख का चूना

बदरपुर नई दिल्ली ब्ब् के रहने वाले दिवाकर कुमार से टाटा पावर और टिनप्लेट कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर तीन लाख रुपए ठग लिए थे। पीडि़त दिवाकर कुमार ने झारखंड के मुख्य सचिव सहित सभी अधिकारियों को डाक द्वारा आवेदन भेजकर आरोपी पर कड़ी कारवाई की मांग की थी। ठगों ने दिवाकर को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी जारी कर दिया था। उसकी नियुक्ति दिसंबर ख्0क्ब् मे होनी थी।

ओपन मार्केट में बिकने वाले फॉर्म फर्जी हो सकते हैं। अप्लाई करने से पहले कैंडीडेट्स सावधानी बरतें। ऑनलाइन एडवर्टिजमेंट पर भी काफी जांच-पड़ताल के बाद ही आवेदन करें। यदि कोई कंपनी सीधे अकाउंट में पैसे डालने की बात कहती है तो वह फॉर्म फर्जी हो सकता है।

-शशि भूषण झा, डिप्टी डायरेक्टर, डिस्ट्रिक्ट इम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज, गोलमुरी

Posted By: Inextlive