नौ माह पूर्व तहसील समेत आरोपियों ने भूमिधरी जमीन पर जबरिया दिलाया था कब्जा

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PRATAPGARH : नौ माह पूर्व तहसीलदार समेत अन्य लोगों को भूमिधरी जमीन पर जबरिया कब्जा दिलाना करना महंगा पड़ा। पीडि़त की शिकायत के बाद कार्रवाई न होने पर लगातार नौ माह से जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठे पीडि़त की बात सुनकर जिलाधिकारी के निर्देश पर आखिरकार संग्रामगढ़ पुलिस ने तत्कालीन तहसीलदार व ग्राम प्रधान समेत सात लोगों पर मारपीट, गाली गलौज, लूटपाट समेत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है।

पिछले तीन मार्च का है मामला

बता दें कि बीते तीन मार्च 2015 मार्च माह में संग्रामगढ़ थाना क्षेत्र के तहसील कुंडा के लाला का पुरवा गांव निवासी हीरालाल विश्वकर्मा पुत्र विंदेश्वरी प्रसाद की भूमिधरी जमीन व मकान पर तत्कालीन तहसीलदार संतोष सोनकर, ग्राम प्रधान बदलू राम, राजू पुत्र सुखदेव, शिव पति पत्‍‌नी सुखदेव, सुखदेव, बवलिया निवासी पूर्व प्रधान विश्वनाथ पटेल पुत्र जगन्नाथ व किसान यूनियन नेता केशरी देवी द्वारा जबरिया संग्रामगढ़ थाने में तैनात तत्कालीन थानाध्यक्ष विरेन्द्र तिवारी के सहयोग से पड़ोस के सुखदेश पटेल को कब्जा दिला दिया था।

पुलिस हो गई थी सक्रिय

पुलिस कर्मियों ने तहसीलदार के इशारे पर एक पत्रकार से इस मामले में अभद्रता भी किया था। पीडि़त जबरिया कब्जा दिलाए जाने के विरोध में अधिकारियों के दरवाजे का चक्कर लगाता रहा लेकिन उसे न्याय नही मिला। ऐसे में वह बीते 30 मार्च 2015 को जिला मुख्यालय पर डीएम आवास के सामाने पूरे परिवार के साथ धरने पर बैठ गया।

Posted By: Inextlive