एक लाख 'बिजली चोरों' पर होगी एफआईआर
- बिल बकाया होने पर काटा गया था कनेक्शन, खुद जोड़कर जला रहे थे बिजली
- बिजली विभाग ने शुरू किया अभियान, पहले दिन 70 पर एफआईआर GORAKHPUR: बिजली विभाग और कंज्यूमर्स में 'तू डाल-डाल तो मैं पात-पात' का खेल खत्म नहीं हो रहा। एक माह पहले विभाग ने बकाए में एक लाख कंज्यूमर्स की बिजली काट दी थी। बाद में जांच होने लगी तो पता चला कि जिनका कनेक्शन काटा गया था, वो सभी कंज्यूमर्स अपना कनेक्शन खुद जोड़कर बिजली जला रहे हैं। इसके बाद फिर से अभियान चलाकर कनेक्शन काटा जा रहा है। साथ में बिजली चोरों पर केस दर्ज कराया जा रहा है। जांच अवर अभियंताओं के नेतृत्व में हो रही है। मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी एसडीओ और एक्सईएन को दी गई है। एमडी ने दिया है आदेशएमडी के पास जब कार्रवाई की रिपोर्ट भेजी गई तो उन्होंने गोरखपुर जोन के अफसरों से पूछा कि 75 हजार बकाएदारों से पचास करोड़ की वसूली हो सकती है तो एक लाख बकाएदारों से वसूली क्यों नहीं हो रही। एमडी ऑफिस ने यह भी पूछा है कि जिन एक लाख कंज्यूमर्स बकाए के कारण बिजली काटी गई है। क्या उनके यहां बिजली नहीं जल रही है और अगर बिजली जल रही है तो किस तरह से वह बिजली जल रही है? इसकी जांच की जाए। अगर कंज्यूमर्स बिना बिल जमा किए ही बिजली जोड़ दिया है तो चेक कर उन पर बिजली चोरी का एफआईआर दर्ज कराएं। जांच में यह सामने आया कि एक लाख उपभोक्ताओं ने बिल जमा किए बगैर ही अपनी बिजली जोड़ ली।
पहले दिन 70 पर एफआईआर दर्ज बिजली विभाग ने पहले दिन चेकिंग में 70 कंज्यूमर्स पर एफआईआर दर्ज कराया। महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई आरआर सिंह ने बताया कि यह अभियान इस पूरे माह चलेगा और डेली लोगों पर एफआईआर दर्ज कराया जाएगा। पहले दिन डिवीजन फर्स्ट में 25, डिवीजन सेकेंड में 20 और डिवीजन थर्ड में 25 कंज्यूमर्स पर बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराया गया। आज से गांवों में चलेगा अभियान शहरी एरिया में शुक्रवार को यह अभियान शुरू कर दिया गया। शनिवार से ग्रामीण क्षेत्रों में अभियान चलेगा। अवर अभियंता कार्रवाई की डेली की रिपोर्ट अपने अधिकारी को देंगे। उसके बाद अधिकारी चीफ इंजीनियर को अपनी रिपोर्ट देंगे। वर्जनदो माह पहले जितने भी कनेक्शन काटे गए थे, उनकी सूची तैयार कर ली गई है। यह सूची सभी अवर अभियंताओं को कार्रवाई के लिए दी गई है। अवर अभियंताओं से डेली दर्ज कराए गए एफआईआर की रिपोर्ट मुझे उपलब्ध करानी है।
-डीके सिंह, चीफ इंजीनियर, गोरखपुर जोन --------------- यहां से अंदर ले जा सकते हैं काटे थे सबके कनेक्शन लाइन लॉस कम करने और बिजली चोरों से निपटने के लिए विभाग ने अप्रैल में अभियान चलाया था। इस दौरान अवैध कनेक्शनधारियों पर कार्रवाई की गई थी। वहीं बकाएदारों की बिजली काट दी गई थी। गोरखपुर जोन के चीफ इंजीनियर डीके सिंह का कहना है कि गोरखपुर शहर और देहात में कुल 1.75 लाख कंज्यूमर्स का कनेक्शन काटा गया था। उसके बाद मई में जब राजस्व वसूली का आंकड़ा आया तो लगभग 75 हजार कंज्यूमर्स ने बकाया जमा किया, इससे विभाग को एक माह में 50 करोड़ की राजस्व प्राप्त हुई थी। इससे पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम में राजस्व वसूली में गोरखपुर जोन दूसरे नंबर पर आ गया, साथ ही प्रदेश सरकार के मानक को भी पूरा कर लिया। 30 जून तक है समयडीके सिंह का कहना है कि सभी अवर अभियंताओं को उनके एरिया की रिपोर्ट दे दी गई है। 30 जून तक का समय है। अगर यह 30 जून तक अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं करते हैं तो उनको तबादला निश्चित है। यह तबादला एमडी ऑफिस के निर्देश पर होगा। इनको आदेश दिया गया है कि सुबह चेकिंग करें और शाम को एक तहरीर बनाकर अपने एरिया के थाने में बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज कराएं।