क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: बिजली के नंगे तार सिटी में मौत को दे रहे दावत. जी हां, बिजली विभाग की लापरवाही के कारण गुरुवार को शहर में दो जगह बड़े हादसे होते-होते बच गए. कर्बला चौक और पिस्का मोड़ में ट्रांसफार्मर और नंगे तार में खुद से आग लग गई और धू-धू कर जलने लगा. ये दोनों घटना बिजली के पुराने तार, बिजली के ओवर लोड के कारण हुई. शहर में वर्षो पुराने तार और ट्रांसफॉर्मर हैं, लेकिन इन्हें बदलने की पहल नहीं हो रही है. ऐसे में ये लापरवाही कभी भी महंगी पड़ सकती है.

नंगे तारों का जाल

शहर के मेन रोड से लेकर सुजाता चौक तक जगह-जगह बिजली के नंगे तारों का जाल बिछा है. संकरी गलियों से लेकर बड़े-बड़े मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स के पास भी तारों का जाल बिछा हुआ है, जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं. जिन जगहों पर हर दिन हजारों लोगों का आना-जाना लगा हुआ है, वहीं पर सिर के ऊपर मौत मंडरा रही है. लेकिन, अधिकारी सबकुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं, जैसे किसी बड़े हादसे का इंतजार हो.

मंडरा रहा खतरा

मेन रोड के सर्जना चौक से लेकर डेली मार्केट तक बिजली के नंगे तारों का जाल बिछा हुआ है. डेली मार्केट रोड के दोनों साइड तारें झूल रहे हैं. इसके अलावा रोस्पा टावर के पास सबसे अधिक तारों का जंजाल है, दोनों साइड तार ऐसे लटक रहे हैं, जिससे किसी दिन भी कोई हादसा हो सकता है. मेन रोड के अलावा चर्च रोड और थड़पखना में भी तारें लटक रहे हैं. जबकि सबसे अधिक भीड़ इन्हीं जगहों पर रहती है, मेन रोड जहां रांची सहित पूरे राज्य से लोग मार्केटिंग करने पहुंचते हैं, वहां भी तार झूल रहे हैं.

संकरी गली में भी तार

मेन रोड में सबसे अधिक संकरी गली जहां है, वहां सबसे अधिक नंगे तारें लटक रहे हैं. चर्च रोड में तारों का जाल लगा हुआ है. डेली मार्केट के संकरी गलियों में भी नंगे तारें झूल रहे हैं. थड़पखना में भी तारों के कारण लोगों को हमेशा डर बना रहता है.

हल्की आंधी में से ही डर

मेन रोड में पोल पर लटके तारों के कारण हर दिन खतरा बना रहता है. दोनों साइड फु टपाथ पर लोग सब्जी से लेकर ठेला लगाते हैं. उनके ऊपर कभी भी खुले तार गिरने का डर बना हुआ है. सबसे अधिक डर उस समय होता है, जब आंधी-तूफ ान आता है. बिजली विभाग के लोग समय-समय पर लाइट काट कर अपनी मौजूदगी का अहसास तो कराते हैं, लेकिन बिजली के इन खुले तारों की ओर किसी का ध्यान नहीं है.

अंडर ग्राउंड केबलिंग हवा हवाई

सरकार राजधानी में अंडर ग्राउंड केबल बिछाने का काम पिछले कई साल से कर रही है. लेकिन यह इतनी सुस्ती से हो रहा है कि काम कब पूरा होगा कोई बताने को तैयार नहीं है.

Posted By: Prabhat Gopal Jha