दमकल पहुंचेगी तभी पास होगा लाइसेंस
-पटाखा कारोबारियों के लिए फायर ब्रिगेड ने जारी की गाइड लाइन
-जहां तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंच सकेगी वहीं का मिलेगा लाइसेंस -जल निगम के सहयोग से शहर के सभी फायर हाइड्रेंट्स किए जा रहे चेक VARANASIअब गली कूचे में पटाखा की दुकानें नहीं लगेंगी और पटाखों का गोदाम भी नहीं बना सकेंगे। फायर ब्रिगेड ने गाइड लाइन जारी कर यह साफ कर दिया है कि जहां तक दमकल की गाडि़यां पहुंचने लायक होंगी वहीं का लाइसेंस पास किया जाएगा। खास तौर पर गलियों में हर साल पटाखों का भंडारण होता है, बहुत हद तक दुकानें भी सजती हैं। लेकिन अब आतिशबाजी के कारोबारियों को यह बताना होगा कि वह पटाखे का कितना भंडारण कर रहे हैं? फायर ब्रिगेड की शर्तो को पूरा किया है या नहीं? मसलन, जिन स्थानों पर दुकानें लगाई जा रही हैं, क्या वहां फायर ब्रिगेड की पहुंच सकती है? जिस स्थान पर भंडारण किया जा रहा है, वहां की क्षमता कितनी है? इसकी डिटेल में जानकारी देनी होगी। दरअसल दशहरा मेला और दिवाली को लेकर फायर ब्रिगेड ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। जल निगम के सहयोग से शहर के सभी फायर हाइड्रेंट्स चेक किए जा रहे हैं। बंद हाइड्रेंट्स को खोले जाने का इंतजाम किया जा रहा है।
पुलिस जुटाएगी अवैध पटाखों की जानकारी
शहर में पटाखे का अवैध भंडारण करने वालों की जानकारी भी थाना पुलिस के माध्यम से जुटाई जाएगी। इसकी इंफॉर्मेशन उच्चाधिकारियों को देने के बाद उन पर कार्रवाई की जाएगी। लाइसेंस देते समय इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि दुकानें गलियों में न हों, दुकानों पर फायर एक्सटिंग्वशर रखा हो। बेनियाबाग ग्राउंड और नाटी इमली मैदान में दमकल की एक-एक यूनिट रखी जाएगी। दशहरा मेला के दौरान भी टाउनहाल, हथुआ मार्केट, मच्छोदरी, दुर्गामंदिर आदि एरिया में फायर ब्रिगेड के जवान मुस्तैद रहेंगे। गलियों में पटाखा की दुकानें और गोदाम के लिए लाइसेंस नहीं मिलेगा। खुले मैदान में ही पटाखा की दुकानें लगेंगी। अवैध पटाखा कारोबारियों पर कार्रवाई भी तय है। राकेश राय, चीफ फायर ऑफिसर चेतगंज फायर स्टेशन तुरंत दें सूचना अगलगी की घटना की सूचना जल्द से जल्द पुलिस कंट्रोल रूम क्00, फायर ब्रिगेड को क्0क् पर दें, जिससे दमकल की टीम समय पर पहुंचकर घटना पर काबू पा सके। एक नजर -आतिशबाजी की दुकानों वाले स्थल पर ख्00 लीटर के दो ड्रमों में पानी जरूरी -चार बाल्टी रेत और ब्.भ् किलो का फायर एक्सटिंग्वशर रखें -चाइनीज पटाखा पूरी तरह से बैन-दालमंडी से होती है बनारस सहित पूर्वाचल भर में पटाखों की सप्लाई
-एक करोड़ से अधिक का होता है आतिशबाजी का कारोबार