विवि की सुरक्षा पर लगे गंभीर सवालिया निशान

2:30 बजे से थी वार्षिक परीक्षाएं, हजारों परीक्षार्थी थे मौजूद, पुलिस के जवान और सुरक्षा गार्ड भी थे

गेट पर एक एक छात्र की हो रही थी चेकिंग, बड़ा सवाल फिर पिस्टल लेकर कैसे घुसा सरदार?

ALLAHABAD: इविवि में दिनदहाड़े क्लास में गोली मारे जाने की घटना से विवि की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगे हैं। कैम्पस में बड़ी संख्या में सिक्योरिटी गार्ड तैनात हैं। इनकी गेट पर भी ड्यूटी लगी है। इसके अलावा प्राक्टोरियल बोर्ड का पूरा दस्ता भी कैम्पस में सक्रिय था। बावजूद इसके आरोपी सरदार पिस्टल लेकर कैम्पस में घुस गया और बड़े आराम से घटना को अंजाम देकर निकल भागा। ऐसे में छात्र-छात्राओं को अपनी जानमाल की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि जिस समय घटना हुई, उस समय 2:30 से 5:30 बजे के बीच कैम्पस में अंडर ग्रेजुएट के एनुअल एग्जाम भी शुरु होने वाले थे। परीक्षा देने हजारों परीक्षार्थी पहुंचे थे और पुलिस का दल बल भी चेकिंग के लिए अच्छी संख्या में मौजूद था। गेट पर एक एक परीक्षार्थी की चेकिंग का दावा भी किया गया है।

यह वारदात हमारा फेल्योर है

कैम्पस में सुरक्षा की बावत चीफ प्रॉक्टर प्रो। राम सेवक दुबे से बात की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि यह घटना कैम्पस में असफल अनुशासन का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि विवि प्रशासन कई बार जिला प्रशासन को पत्र लिखकर मांग कर चुका है कि कैम्पस की सुरक्षा के लिए मेंटल डिटेक्टर गेट पर लगाया जाये। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा केन्द्र सरकार से भी मांग की जा चुकी है कि कैम्पस में सीआरपीएफ की टुकड़ी तैनात की जाये। लेकिन इसे भी अनसुना कर दिया गया।

भाई आएगी तब लिखी जाएगी रपट

इस घटना की रिपोर्ट रात आठ बजे तक नहीं लिखी गयी थी। एसओ कर्नलगंज ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करने के लिए अभी तहरीर नहीं मिली है। घायल के भाई का इंतजार हो रहा है। उसके पहुंचने पर ही तहरीर दिए जाने की बात कही गयी है। तहरीर मिलने पर ही रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। घायल से अभी ज्यादा पूछताछ नहीं कर सकी जिससे यह पता चल सके कि हमलावर सरकार सिंह से घायल की दुश्मनी किस बात को लेकर थी।

यह बेहद ही दु:खद घटना है। कैम्पस की सुरक्षा ऐसी है कि कोई भी आए और किसी को भी मारकर चला जाये। एक टीचर जोकि चीफ प्रॉक्टर होता है। उसके पास कोई ऐसी शक्ति नहीं है कि वह ऐसी घटनाओं को रोक सके। विवि प्रशासन द्वारा जो सुरक्षा के उपाय सुझाये गये हैं। सरकार और प्रशासन को उसे तत्काल अमल में लाने की जरुरत है।

-प्रो। आरएस दुबे,

चीफ प्रॉक्टर एयू

Posted By: Inextlive