फ्रांस से आए पांच राफेल लड़ाकू विमान आज भारत के अंबाला में उतरे हैं। रक्षा मंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए लड़ाकू विमानों के भारत में लैंड करने पर खुशी जाहिर की है। इसके साथ ही साथ ही भारतीय वायुसेना को इसके लिए बधाई दी है।

अंबाला (एएनआई)। लड़ाकू विमान राफेल के 5 विमानों का पहला जत्था आज भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल होने के लिए अंबाला पहुंच गए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस बड़ी उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है। वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया आज फ्रांस से आने वाले लड़ाकू विमानों के पहले बैच को प्राप्त करने के लिए अंबाला पहुंचें हैं। राफेल लड़ाकू जेट विमानों को शहर में उतारने के मद्देनजर, अंबाला एयरबेस के करीब चार गांवों में धारा 144 लगाई गई है। अंबाला के डीएसपी ट्रैफिक मुनीष सहगल ने कहा कि प्रशासन हाई अलर्ट पर है और लैंडिंग के दौरान छतों और फोटोग्राफी पर लोगों का जमावड़ा पूरी तरह से प्रतिबंधित है।

The Birds have entered the Indian airspace..Happy Landing in Ambala! @IAF_MCC pic.twitter.com/dh35pMDyYi

— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) July 29, 2020


अंबाला कैंट क्षेत्र को 'नो-ड्रोन एरिया' बनाया यहां नाे फोटोग्राफी
प्रशासन ने वायु सेना स्टेशन की तस्वीरों को धुलकोट, बलदेव नगर, गरनाला और पंजोखरा जैसे स्थानों से प्रतिबंधित कर दिया है। राम कुमार, डीएसपी अंबाला ने कहा कि अंबाला कैंट क्षेत्र को 'नो-ड्रोन एरिया' बना दिया गया है क्योंकि यह एक संवेदनशील क्षेत्र है। इसके अलावा क्षेत्र में किसी भी फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है। 'नो-फोटोग्राफी ऑर्डर' का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने भी घोषणाएं की और स्थानीय निवासियों को बुधवार को सुबह 10 बजे से शाम 05 बजे के बीच छतों पर इकट्ठा न होने और फोटोग्राफी न करने की जानकारी दी गई है। भारतीय वायु सेना लड़ाकू विमान की क्षमताओं को और बढ़ा रही है, ताकि इसे फ्रांस की HAMMER मिसाइलों से लैस किया जा सके।

The Touchdown of Rafale at Ambala. pic.twitter.com/e3OFQa1bZY

— Rajnath Singh (@rajnathsingh) July 29, 2020


राफेल लड़ाकू विमान सोमवार को फ्रांस में एक एयरबेस से रवाना हुए
लंबे समय से प्रतीक्षित भारत के लिए पांच राफेल लड़ाकू विमान सोमवार को फ्रांस में एक एयरबेस से रवाना हुए। फ्रांस के मेरिग्नैक के एक एयरबेस से फ्रांस के भारतीय राजदूत द्वारा फाइटर जेट को रवाना किया गया। भारत के लिए उड़ान भरने वाले पांच विमानों में 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर के साथ सात भारतीय पायलट शामिल हैं। एयर चीफ मार्शल भदौरिया उस समय वायु सेना के उप प्रमुख थे और इस सौदे के लिए भारतीय वार्ता टीम का नेतृत्व किया जो भारत में सबसे महत्वपूर्ण सौदा है। घातक बमों से लैस ये विमान हवा में मार करने वाली लंबी दूरी मिसाइलों से भी लैस होंगे। चीन और पाकिस्तान के साथ चल रहे सीमा तनाव के बीच इन 5 लड़ाकू विमानों का भारत आना काफी काफी माना जा रहा है।

Posted By: Shweta Mishra