पहले से सामान बुक कराकर सेल्समैन से लूट करते थे आरोपी

पुलिस में माता-पिता, पुलिस लाइन का पता देकर गेट पर बुलाते थे

Meerut नामचीन कंपनियों से पहले महंगे फोन, महंगा सामान मंगाना और जब डिलीवरी मैन डिलीवरी देने आए तो उसे किसी सुनसान स्थान पर बुलाकर उसके सामान को लूट लेना। यह खेल, खेल रहे थे काफी दिनों से सिविल लाइन्स थानाक्षेत्र में कुछ लुटेरे। शिकायत पर क्राइम ब्रांच की टीम ने लुटेरों को धर दबोचा। पुलिस ने लूटे हुए मोबाइल के डिब्बे भी आरोपियों से बरामद किए हैं जबकि ब्रांड न्यू मोबाइल लुटेरों ने बेंच दिए हैं। पकड़े गए आरोपियों से तीन के परिजन पुलिस में तैनात हैं।

फर्जी नाम से करते थे बुक

सिविल लाइन्स थाने में बुधवार को सीओ सिविल लाइन्स राम अर्ज ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि गत दिनों 8 और 10 नवंबर को पुलिस लाइन में एक पार्सल मंगाया गया। डिलीवरी मैन जब डिलीवरी देने गया तो आर्डर मंगाने वालों से उसे पुलिस लाइन के गेट नंबर 1 पर बुलाया और पार्सल लूटकर भाग गए। ये आर्डर मंगाने वाले बेसीकली लुटेरे हैं और इसी तरह से पिछले काफी समय से डिलीवरीमैन से मंगाया हुआ सामान शहर के किसी स्थान पर बुलाकर लूट लेते थे।

4 लुटेरे दबोचे

वारदात के बाद थाना सिविल लाइन्स में राजकुमार गौतम और पंकज अग्रवाल द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया जिसपर एसएसपी अखिलेश कुमार के निर्देश पर जांच क्राइम ब्रांच को दी गई। क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को लुटेरे जीतू और शिवम को मवाना अड्डे से धर दबोचा। पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूला और पुलिस ने लूटे गए मोबाइल के बॉक्स भी आरोपियों से बरामद कर लिए। निशानदेही पर पुलिस ने उदयवीर और दर्शन कुमार दो अन्य आरोपियों को भी पकड़ लिया। सभी मिलकर लूट की वारदात को अंजाम दे रहे थे।

इनसेट

पुलिस लाइन का देते थे पता

सीओ ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में शिवम के पिता बिजेंद्र सिंह पुलिस लाइन मेरठ में तैनात हैं जबकि जीतू उर्फ जितेंद्र के पिता मंतू सिंह पुलिस लाइन मेरठ में तैनात हैं। तीसरे अभियुक्त दर्शन की माता कमलेश फायर सर्विस सेंटर में फालवर है। आरोपी विभिन्न ऑनलाइन कंपनियों को मेरठ पुलिस लाइन का पता बताते थे और आर्डर आने के बाद उन्हें पुलिस लाइन के गेट पर ही बुलाते थे। लुटेरों का एक साथी स्कूटी से दूर खड़ा रहता था जबकि दूसरा डिलीवरीमैन से पार्सल छीनकर स्कूटी पर सवार होकर फरार हो जाते थे।

Posted By: Inextlive