-पहले प्लान के मुताबिक ज्योति के अकेले निकलने पर किया जाता उसका कत्ल

-15 दिन अकेले घर से न निकलने पर फेल हुआ पहला प्लान, मजबूरी में बैक प्लान के तहत पीयूष अपने साथ लेकर निकला ज्योति को, उसे बाहर निकालने के लिए ही खत्म की थी अनबन

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KANPUR : ज्योति मर्डर केस में कई अहम खुलासे आप तक पहुंचाने के बाद आई नेक्स्ट आज एक और बड़ा खुलासा कर रहा है। ज्योति का पति पीयूष उसे हर हाल में मार डालना चाहता था। इसके लिए उसने एक नहीं बल्कि दो-दो प्लान बना रखे थे। पहला मेन प्लान और दूसरा बैकअप प्लान। ज्योति की हत्या बैकअप प्लान के तहत हुई। अगर पीयूष का मेन प्लान कामयाब हो जाता तो शायद वो आसानी से पुलिस के चंगुल में न आता और पुलिस का असली हत्यारों तक पहुंचना मुश्किल हो जाता। जांच से जुड़े पुलिस ऑफिसर्स ने ये जानकारी दी। हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए वो कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

क्या था पहला प्लान

बिस्कुट कारोबारी के बिगड़ैल बेटा पीयूष ने ज्योति की हत्या के लिए जो पहला प्लान बनाया था, उसके तहत ज्योति को उसके साथ नहीं जाना था। उसने ज्योति के अकेले मार्केट या घूमने जाने पर उसके कत्ल का प्लान बनाया था। जिसके तहत उसको ज्योति के घर से निकलने की जानकारी अवधेश को देनी थी। जिसके बाद अवधेश समेत चारों हत्यारों को उसका पीछा करके कत्ल की वारदात को अन्जाम देना था। प्लानिंग के मुताबिक, अवधेश समेत चारों हत्यारों को ज्योति को लूटने के बाद उसका मर्डर करना था। साथ ही आउटर में लाश फेंककर कार समेत भागना था, ताकि वारदात लूट के इरादे से मर्डर प्रतीत हो। अगर पीयूष का पहला प्लान कामयाब हो जाता, तो पुलिस का पीयूष पर कभी शक नहीं जाता और वो रोडरेज की घटना समझकर जांच करते।

इसलिए फेल हुआ पहला प्लान।

पीयूष की बेवफाई से ज्योति तनाव में रहती थी। जिसके चलते उसने घर के बाहर निकलना बन्द कर दिया था। उसकी यहां पर न तो कोई सहेली थी और न ही वो किसी रिश्तेदार के घर जाती थी। पीयूष ने करीब क्भ् दिन उसके घर के बाहर निकलने का इन्तजार किया, लेकिन वो पीयूष से झगड़े की वजह से कहीं घूमने नहीं गई। जिसके चलते पीयूष को बैकअप प्लान यूज करने के लिए मजबूर होना पड़ा। बैक प्लान इम्पलीमेंट करने के लिए पीयूष ने ज्योति को मनाया और अनबन दूर करने का नाटक किया ताकि वो उसके साथ रेस्टोरेंट जाने के लिए तैयार हो जाए। रेस्त्रां से निकलने के बाद उसका मर्डर होना था और वैसा ही हुआ।

पीयूष की घबड़ाहट ने बैक प्लान भी बदलवाया था

पीयूष के बैकअप प्लान के तहत उसका ज्योति को रेस्ट्रां ले जाना था। जिसके बाद उसको लॉन्ग ड्राइव के बहाने से ज्योति को सुनसान इलाके पर ले जाना था। जहां पर अवधेश समेत अन्य हत्यारों को उसको भी पीटना था, लेकिन पीयूष कपड़ों पर ज्योति के खून के छींटे पड़ने पर घबराकर वहां से भाग गया था। अगर पीयूष न घबराता, तो हत्यारे उसको पीट-पीटकर अधमरा कर देते और पुलिस को उस पर शक न होता।

हत्यारों को भी एक गलती पड़ी भारी

बैकअप प्लान के तहत उसको ज्योति को लॉन्ग ड्राइव के बहाने इलाहाबाद हाईवे पर ले जाना था। जहां पर दो बाइक से चारों हत्यारों को मौके पर पहुंचाना था। जिसके बाद हत्यारों को कार को रोककर वारदात को अन्जाम देना था, लेकिन उस दिन हत्यारे एक ही बाइक से रेस्ट्रां के पास पहुंचे थे। जिसे जानने के बाद पीयूष को मजबूरी में ज्योति को कम्पनी बाग से रावतपुर रोड ले जाना पड़ा।

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ये बात सही है कि अगर पीयूष ज्योति के मर्डर में पहले प्लान का यूज करता तो पुलिस को थोड़ी मुश्किल जरूर होती लेकिन अपराधी कितना भी शातिर हो पुलिस की पहुंच से कभी दूर नहीं रह सकता है। मामले पर पूरे देश की नजर है। पुलिस हर कदम फूंक-फूंककर रख रही है। मैं खुद रोज मामले की मॉनीटरिंग कर रहा हूं। इस मामले में ढिलाई बरतने वाले किसी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा। आरोपियों के खिलाफ पुलिस और सबूत जुटा रही है। जिससे वो किसी भी सूरत में बच न सकें।

आशुतोष पांडेय, आईजी, कानपुर जोन

Posted By: Inextlive