तेरे दर पर हम चले आए

- सोमवार को सुबह से ही शहर में दिखी शिवभक्तों की भीड़

- मंदिर के पास मनचले न फटके, इसके लिए तैनात थे जवान

PATNA: सावन की पहली सोमवारी पर शहर के सभी शिवालयों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ दिखी। रविवार देर रात से ही लोग मंदिर प्रांगण को सजाने और साफ-सफाई करने में लगे थे। कई लोग तो पहली सोमवारी पर सबसे पहले जल अर्पण करने के लिए संडे देर रात से ही मंदिर परिसर में पहुंचने लगे थे। मंडे को शिव भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। पूरे दिन शिवालयों में ऊं नम: शिवाय की गूंज सुनाई देती रही।

फलदायी होता है सावन का महीना

मान्यता है कि भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना सावन है। यह महीना हर किसी के लिए फलदायी होता है। शास्त्रों के अनुसार जो पूरे महीने व्रत नहीं रख सकते हैं उन्हें कम से कम सावन की हर सोमवारी का व्रत तो रखना ही चाहिए। सावन की इस पहली सोमवारी को लेकर शहर पूरी तरह सजधज कर तैयार है। हर मुहल्ले के शिवालयों में देर शाम तक श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। वहीं, बोरिंग रोड, राजापुर पुल, गांधी घाट आदि इलाकों में तो देर रात तक लोग पूजा अर्चना करते रहे।

सुरक्षा व्यवस्था है टाइट

पहली सोमवारी को लेकर शहर की सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से टाइट है, हालांकि सोमवारी की भीड़ के कारण कई इलाकों में सड़कों पर काफी टै्रफिक भी देखी गयी। सुबह से ही मंदिरों तक भक्त पहुंचने लगे थे। सोमवारी को देखते हुए प्रशासन की ओर से मंदिरों और आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गयी थी। मंदिरों के पास बेवजह भीड़ न हो, मनचले आदि न फटकें इसके लिए विशेष बल की नियुक्ति की गयी थी।

तो खुश होंगे भोले बाबा

मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्री के दिन भगवान शंकर की पूजा करने से सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है। पंडित शशिधर पाठक कहते हैं कि सावन के महीने में आनेवाला प्रत्येक सोमवार का खास महत्व है। वे कहते हैं कि इस महीने में खासकर सोमवार के दिन व्रत-उपवास और पूजा-पाठ रुद्राभिषेक, कवच, पाठ, जाप आदि से विशेष लाभ होता है।

अपनी राशि के अनुसार करें पूजा

पंडित शशिधर पाठक का कहना है कि भगवान शिव साधारण और स्वच्छ मन से की गई पूजा से प्रसन्न हो जाते हैं, लेकिन भक्तों को अपनी राशि के अनुसार पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।

क्। मेष राशि वाले व्यक्ति को जल और गुड़ के साथ शिव का जलाभिषेक करना चाहिए। साथ ही गुड़ का ही भोग भगवान को लगाना चाहिए। इस राशि वाले को लाल चंदन और कनैल के फूल से अराधना करना चाहिए।

ख्। वृष राशि के लोगों को दही से शिव का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही सफेद चंदन और सफेद फूल , अक्षत आदि से भगवान की पूजा करनी चाहिए।

फ्। मिथुन राशि वालों को गन्ने के रस से शिव को स्नान करना चाहिए। शिव पर मूंग, दुर्वा और कुशा व शंखपुष्पी और दूध से अभिषेक कारना चाहिए।

ब्। कर्क राशि के भक्तों को घी से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही कच्चा दूध, सफेद आंकड़े का फूल और शंखपुष्पी भी चढ़ाएं।

भ्। सिंह राशि के व्यक्ति गुड़ और जल से शिव का अभिषेक करें। वह गुड़ और चावल से बनी खीर से शिव का भोग लगाएं।

म्। कन्या राशि के शिभक्तों को गन्ने के रस से शिव का अभिषेक करना चाहिए।

7. तुला राशि वालों को सुगंधित तेल से शिव का अभिषेक करना चाहिए।

8. वृश्चिक राशि के जातक को शिव को लाला फूल से शिव की अराधना करना चाहिए।

9. धनु राशि वालों को दूध में हल्दी मिलाकर शिव का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही गेंदे का फूल भी भगवान शिव को चढ़ाना चाहिए।

क्0. मकर राशि वालों को नारियल पानी से शिव की पूजा करनी चाहिए। उड़द की दाल से बनी मिठाई भी शिव को चढ़ाना चाहिए।

क्क्। कुंभ राशि के जातक को तिल के तेल से शिव का अभिषेक करना चाहिए, साथ ही मिठाई का भोग लगाना चाहिए।

Posted By: Inextlive