मां बेटी का रिश्‍ता बड़ा खूबसूरत और अनोखा होता है। इसमें प्‍यार होता है झगड़ा होता है और एक मां अपनी बेटी की सबसे अच्‍छी दोस्‍त भी होती है। एक बेटी के लिए मां की भूमिका एक गुरू की भी होती है। आज के बदलते दौर में पारंपरिक सीखों के अलावा हर मां को अपनी बेटी को कुछ और शिक्षा भी देना जरूरी है। आइये जाने हैं क्‍या हैं वो खास पांच एडवाइज जो मां बेटी को दे सकती है।

खुद पर भरोसा रखना
जब हर ओर से बेटियों के विकास की बातें हो रही हों और उसी अनुपात में लड़कियों को दबाने कुचलने के प्रयास भी हो रहे हों तो ऐसे में हर मां का पहला कर्तव्य है बेटी का आत्मविश्वास बढ़ाना। अपनी बेटी को बतायें कि उसमें कोई कमी नहीं है और उसने बेटी हो कर कोई गलती नहीं की है। उसे खुद पर भरोसा रखना और हौसले से आगे बढ़ना सिखायें।
आत्मनिर्भर बनने की प्रेणना
बिना शक किसी जिद्द के तहत नौकरी करना जरूरी नहीं पर एक करियर चुनना और उसके लिए शिक्षा ग्रहण करके हर चुनौती के लिए बेटी को तैयार करना ये हर मां की जिम्मेदारी है। बेशक नौकरी करे या ना करे पर ऐसी शिक्षा जरूर दिलायें की जरूरत पड़ने पर आपकी बेटी आत्मनिर्भर बन सके। नौकरी करना या ना करना उसका चयन हो मजबूरी नहीं। बेटी को करियर का महत्व अच्छी तरह बतायें।

व्यवहार कुशल बनायें
अपनी बेटी को शालीन बनाने के साथ व्यवहार कुशल भी बनायें। कहने का मतलब ये कि उसे कब, कहां, किसके सामने और कैसा स्टैंड लेना है ये उसे जरूर बतायें। कई बार ऐसे प्रपोजल या इस तरीके से उन लोगों के द्वारा अजीब ऑफर मिलते हैं जिनके लिए आपकी बेटी का ना कहना मुश्किल होता है, और अगर आपने उसे चतुराई से डील करना नहीं सिखाया तो वो दिक्कत में आ सकती है। अपनी बेटी को अपनी बात पर कायम रह कर सलीके से उसके लिए अपना पक्ष रखना भी जरूर सिखायें। अपनी बेटी को सही तरीके से साफ ना कहने की शिक्षा भी दें। ये सारी बातें व्यवहार कुशलता में ही आती हैं।
खुद को प्रेजेंट करना सिखायें
बदलते वक्त के साथ बेटियों को भी बदलना होता है। इस बदलाव में उनका ड्रेसिंग सेंस और स्टाइल भी आता है। अपनी बेटी को ना तो परंपरागत कपड़ों में रहने के लिए मजबूर कर सकती हैं ना ही आधुनिक परिधानों से उसे दूर कर सकती हैं। ऐसे में बेटी को मौके और माहौल के बीच क्या पहने इसकी ट्रेनिंग जरूर दें। उसे बतायें कि कहां, कब, कैसी पोशाक और स्टाइल सही लगेगी।

अपना ख्याल रखो
वैसे तो आज बेटियां घर के अंदर भी कोई खास सुरक्षित नहीं हैं, ऐसे में बाहर निकल कर तो खतरा और भी बढ़ जाता है। जिस तरह की खबरें आजकल सुनने में आ रही हैं ऐसे में बेटी को अपनी सुरक्षा के लिए सर्तक रहना तो बतायें ही उसे ऐसे तरीकों से भी अवगत करायें जिनसे वो सुरक्षित रह सके। उससे दोस्ती रखें ताकि वो अपने दोस्तों और आसपास की स्थितियों के बारे में शेयर करने से ना हिचकिचाये। हमेशा उसके संपर्क में रहें।    

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Posted By: Molly Seth