सेमी फ़ाइनल में भारत की टीम हारकर विश्व कप से बाहर हो गई है. ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को उसी की धरती पर मात देना इतना आसान नहीं था. लेकिन भारत की टीम पहले गेंदबाज़ी और फिर बल्लेबाज़ी में पिट गई.


आइए नज़र डालते हैं उन पाँच कारणों पर जो भारत की हार की प्रमुख वजह बनी.वो पांच कारण जानें1. टॉसभारत ने ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट जल्द ही गिरा दिया था. डेविड वॉर्नर कुछ ख़ास नहीं कर पाए. लेकिन उसके बाद एरॉन फिंच और स्टीवेन स्मिथ ने ऑस्ट्रेलियाई पारी को न सिर्फ़ संभाला बल्कि ज़बरदस्त बल्लेबाज़ी की.स्मिथ ने वनडे मैच की अपनी चौथी सेंचुरी लगाई और ऑस्ट्रेलिया को मज़बूत आधार प्रदान किया. स्मिथ ने सिर्फ़ 93 गेंदों पर 105 रन बनाए. उन्होंने दूसरे विकेट के लिए फिंच के साथ 182 रनों की साझेदारी भी की.3. भारतीय गेंदबाज़ीऑस्ट्रेलिया ने पहला विकेट जल्द ही गँवा दिया था. उसके बाद नंबर तीन पर बल्लेबाज़ी करने आए स्टीवेन स्मिथ ने बेहतरीन पारी खेली. लेकिन जब बारी भारत की आई तो इसका उल्टा हुआ.


विराट कोहली से भारत ने ज़रूरत से ज़्यादा उम्मीदें बाँध रखी थी. लेकिन कोहली ने काफ़ी निराश किया. कोहली सिर्फ़ एक रन ही बना पाए.कोहली के विकेट ने भारतीय कैंप को हताश कर दिया और उसके बाद भारतीय मध्यक्रम कभी भी भरोसेमंद नहीं दिखा. एक-एक करके विकेट गिरते रहे और आख़िरकार भारतीय टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई.

5. ऑस्ट्रेलियन तेज़ गेंदबाज़ऑस्ट्रेलियन तेज़ गेंदबाज़ शुरू में थोड़ा परेशान ज़रूर दिखे, लेकिन उन्हें पता था कि उनके पास अच्छे रन हैं. एक बार विकेट गिरने शुरू हुए, तो उन्होंने भारतीय बल्लेबाज़ों की रीढ़ तोड़ दी.मिचेल स्टार्क ने ख़ास तौर पर बेहतरीन गेंदबाज़ी की और 28 रन देकर दो विकेट लिए. जब भी भारतीय गेंदबाज़ थोड़ा जमने की कोशिश करते स्टार्क, जॉनसन और फॉकनर की तिकड़ी में से कोई न कोई आकर एक विकेट चटका देता था.ये अलग बात है कि सिडनी की ये पिच सामान्य ऑस्ट्रेलियन पिच की तरह नहीं थी, जो आम तौर पर तेज़ गेंदबाज़ों को मदद करती है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh