- रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत पांच वायुमार्गो को मिली मंजूरी- 15 दिसंबर से आगरा से जयपुर के लिए वायु सेवा की होगी शुरुआत

LUCKNOW :

 

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लागू नागर विमानन प्रोत्साहन नीति से प्रदेश में निवेश को बढ़ावा मिलेगा। इससे जहां व्यापार करने में सुविधा होगी, वहीं एयर कनेक्टिविटी की व्यवस्था होने से बड़े पैमाने पर पर्यटन का विकास भी होगा। नीति में राजधानी लखनऊ को अन्य राज्यों की राजधानियों से जोड़ने के साथ-साथ लखनऊ को प्रदेश के मंडल मुख्यालयों से वायु सेवा के माध्यम से जोड़ने को प्राथमिकता दी गई है। केंद्र सरकार से अनुरोध किया गया है कि इस योजना के तहत प्रदेश के बड़े नगरों में हवाई अड्डे की सुविधा विस्तार में समयबद्ध कार्यवाही की जाए।

 

वाराणसी से रोजाना शारजाह की उड़ान

सीएम ने कहा कि अरब देशों में पूर्वी यूपी के लोगों की उपस्थिति को देखते हुए वाराणसी से शारजाह की साप्ताहिक हवाई सेवा को अब दैनिक सेवा में तब्दील कर दिया गया है। वाराणसी से कोलम्बो के बीच हवाई सेवा शुरू हो गई है तथा वाराणसी से दिल्ली के मध्य एक फ्लाइट की वृद्धि की जा चुकी है। राज्य सरकार द्वारा जिन 10 हवाई पट्टियों के विस्तार एवं सुदृढ़ीकरण के लिए प्रयास किए जा रहे हैंए उनमें आठ प्रदेश सरकार के तथा शेष दो सहारनपुर एवं झांसी रक्षा मंत्रालय के नियंत्रणाधीन हैं। मालूम हो कि आगरा, कानपुर के चकेरी, बरेली, ललितपुर, झांसी, फैजाबाद, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़, चित्रकूट आदि नगरों में आवश्यक भूमि का अधिकांश भाग उपलब्ध कराया जा चुका है। उन्होंने जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा परियोजना के लिए कार्य तेज करने का निर्देश भी दिया।

 

पांच वायुमार्गो को मंजूरी

इस मौके पर सीएम को बताया गया कि प्रदेश के लिए रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत पांच वायुमार्गो को मंजूरी मिल चुकी है, जिसके तहत आगरा, कानपुर, इलाहाबाद के लिए की गई बिडिंग में सफलता भी मिल चुकी है। कम समय में बेहतर यातायात के लिए प्रदेश सरकार अपने स्तर से लखनऊ को देहरादून, भोपाल, पटना तथा जयपुर से एयर कनेक्टिविटी के माध्यम से जोड़ने में सफल हुई है। इसी प्रकार वाराणसी-जयपुर के बीच उड़ान की शुरुआत हो चुकी है। वहीं आगामी15 दिसंबर से आगरा-जयपुर के लिए वायु सेवा की शुरुआत होनी है।

Posted By: Inextlive