स्वदेश में विकसित ई-काॅमर्स प्लेटफार्म फ्लिपकार्ट ने शुक्रवार को कहा कि उसने कर्नाटक सरकार के साथ एक एमओयू पर साइन किया है। उसने यह करार कनार्टक एमएसएमई और माइंस डिपार्टमेंट के साथ राज्य की कला दस्तकारी और हथकरघा सेक्टर को ई-काॅमर्स पर लाकर बाजार उपलब्ध कराने के लिए किया है।


बेंगलुरू (पीटीआई)। कंपनी ने अपनी एक विज्ञप्ति में कहा है कि फ्लिपकार्ट और कर्नाटक सरकार के बीच यह साझेदारी फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम के तहत किया गया है। इसका उद्देश्य कर्नाटक के स्थानीय कलाकारों, बुनकरों और दस्तकारों को हाॅलामार्क उत्पादों को फ्लिपकार्ट पूरे भारत में अपने ग्राहकों तक पहुंचाएगी। इसमें कहा गया है कि कर्नाटक सरकार और फ्लिपकार्ट दोनों मेड इन इंडिया के तहत व्यापार और कारोबार के मौकों को विस्तार देना चाह रहे हैं।स्थानीय उत्पादों को मिलेगा देश का बाजार, डिजिटल मार्केटिंग से ब्रांडिंग


यह साझेदारी कर्नाटक हैंडलू डेवलपमेंट काॅरपोरेशन के जाने माने ब्रांड कावेरी - कर्नाटक हैंडीक्राफ्ट्स डेवलपमेंट काॅरपोरेशन और प्रियदर्शिनी हैंडलूम्स फ्लिपकार्ट समर्थ कार्यक्रम के साथ जुड़ेंगे। एमएसएमई एंड माइंस डिपार्टमेंट के प्रधान सचिव माहेश्वर राव ने कहा कि फ्लिपकार्ट के साथ साझेदारी राज्य में आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए एक जरिया साबित होगी। इस साझेदारी से कर्नाटक के स्थानीय हैंडीक्राफ्ट्स और हैंडलूम्स कारोबार देश के ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य के एमएसएमई के स्थानीय स्तर पर निर्मित उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को ब्रांडिंग, डिजिटल मार्केटिंग और वित्तीय प्रबंधन का लाभ मिलेगा।देश में विकसित हैं इसलिए स्थानीय कारोबार को बढ़ावा देना जिम्मेदारी

फ्लिपकार्ट ने कहा कि उसका समर्थ कार्यक्रम कलाकारों को उनके उत्पादों को मुफ्त में प्रदर्शन, बाजार, अकाउंट प्रबंधन, भंडारण की सुविधा और कारोबार के लिए असीमित मौके मुहैया कराता है। फ्लिपकार्ट ग्रुप के चीफ काॅरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा कि देशी उत्पादों के लिए इस समय हालात चुनौतीपूर्ण हैं और देश में विकसित प्लेटफार्म होने के नाते फ्लिपकार्ट की यह जिम्मेदारी है कि वह स्थानीय कारोबार को बढ़ावा देने में मदद करे।

Posted By: Satyendra Kumar Singh