-31 सेंटीमीटर बढ़ा गंगा का जलस्तर

-मुसीबत बन सकता है कानपुर से छोड़ा गया चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी

ALLAHABAD: गंगा का जलस्तर फिर तेजी से बढ़ने लगा है। इसको लेकर तटीय इलाकों में खलबली मच गई। कछार में बने मकानों के लोग अपनी पानी आता देख दहशत में आ गए हैं। इसी के साथ कानपुर और हरिद्वार से बुधवार को भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से अगले ख्ब् घंटों में हालात नाजुक होने की उम्मीद बढ़ गई है। इसको लेकर प्रशासन ने संबंधित विभागों को सतर्क रहने की हिदायत दी है।

दो दिन में बढ़ा ब्8 सेमी

बुधवार को गंगा के जलस्तर में फ्क् सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। यह मंगलवार की तुलना में दोगुनी है। इस तरह से दो दिनों में कुल ब्8 सेमी पानी बढ़ा है। जिससे प्रशासनिक अमले में खलबली मच गई है। साथ ही तटीय इलाकों में रहने वाले भी सकते में आ गए हैं। बताया जा रहा है कि पानी बढ़ने की रफ्तार इसी तरह रही तो अगले तीन से चार दिनों में बाढ़ की स्थिति बन सकती है। पिछले सप्ताह भी ऐसे हालात बने थे, लेकिन बाद में जलस्तर तेजी से घट गया था। इसी तरह नैनी में ख्क् और छतनाग में फ्फ् सेमी जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

तबाही मचाएगा कानपुर का पानी

उत्तराखंड में हुई बारिश के चलते पांच जुलाई से गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया था। हरिद्वार और कानपुर के गंगा बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। पिछले सप्ताह भी ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था। मंगलवार से यह सिलसिला फिर शुरू हो गया है। इस बार अकेले कानपुर से बुधवार को चार लाख फ्8 हजार ब्7ख् क्यूसेक छोड़ा गया है जो अगले चौबीस घंटों में इलाहाबाद की सीमा में पहुंच जाएगा। इस पानी से गंगा के जलस्तर में उफान आने की उम्मीद है। वहीं, हरिद्वार से बुधवार को म्ब्70भ् क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। प्रशासन ने सिचाई विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।

यह रहा जलस्तर

फाफामऊ- 70.भ्क् मीटर

नैनी- 7ब्.भ्9 मीटर

छतनाग- 7ब्.0ब् मीटर

वर्जन

-गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। चूंकि हरिद्वार व कानपुर के गंगा बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है तो आगे भी गंगा के जलस्तर में वद्धि का सिलसिला जारी रह सकता है।

-मनोज सिंह, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग बाढ़ प्रखंड

Posted By: Inextlive