-हरीश रावत ने किया पूर्ण बहुमत का दावा

-कहा, विधायक खाऊ-विधायक उठाऊ वालों से मिलेगी निजात

देहरादून

फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद हरीश रावत ने कहा कि 10 मई के बाद उत्तराखंड की जनता को विधायक खाऊ और विधायक उठाऊ नेताओं से निजात मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई सत्ता की नहीं बल्कि स्वाभिमान की थी। राज्य की पूरी जनता के स्वाभिमान की लड़ाई थी। इसके लिए उन्होंने जनता और खुद को समर्थन दे रहे विधायकों को एडवांस में बधाई दी और सैल्यूट किया।

पूर्ण बहुमत का दावा

अदालत का फैसला आने के बाद हरीश रावत ने प्रेस कांफ्रेंस की और दावा किया कि उनके पास पूरा बहुमत है। 10 मई को वे सदन में इसे साबित कर देंगे। उन्होंने कहा कि उनके पास 33 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के नौ बागियों को हटाकर पार्टी के 27 और पीडीएफ के 6 विधायक हैं। इस तरह यह आंकड़ा बहुमत का बनता है।

बीएसपी हमारे साथ-रावत

यह पूछने पर कि बीएसपी के दोनों विधायक उनको सपोर्ट करेंगे, इस पर रावत ने कहा कि बीएसपी ने सैद्धांतिक रूप से उनकी सरकार को पहले भी सपोर्ट किया और अब भी बीएसपी उनके साथ है। रावत का कहना था कि बीएसपी किसी भी हालत में सांप्रदायिक ताकतों का साथ नहीं दे सकती।

रावत ने की भीमलाल की तारीफ

हरीश रावत ने बीजेपी के निलंबित विधायक भीमलाल की फिर तारीफ की। रावत ने कहा कि भीमलाल आर्य ने अपनी बात हमेशा पार्टी के सामने कही। भीमलाल ने हमारी सरकार की तारीफ की तो खुलकर की। उन्होंने कभी पार्टी के अंदर विद्रोह नहीं किया जैसा कि कांग्रेस के 9 बागी विधायकों ने किया। जब रावत से पूछा गया कि क्या भीमलाल आपके साथ हैं, तो रावत का जवाब था कि हमने कभी ये नहीं कहा कि भीमलाल हमारे साथ हैं। वह पहले भी बीजेपी के विधायक थे और आज भी हैं।

हमें मसला नहीं जा सकता

हरीश रावत ने बीजेपी को आड़े हाथों लिया और एक के बाद एक कई वार किए। रावत ने कहा कि बीजेपी ने हमको नेस्तनाबूत करने का षडयंत्र रचा था, लेकिन वह कामयाब नहीं हुई। हम राज्य के लिए मर मिट सकते हैं लेकिन हमें कोई जबरन मसल नहीं सकता। रावत ने कहा कि खुद को शार्प शूटर कहने वाले बीजेपी के एक ऐसे नेता जिनका उत्तराखंड से दूर दूर का वास्ता नहीं है, हमारे विधायकों को खरीदने की नीयत से बार बार देहरादून के चक्कर काटते रहे। एक नॉन शेड्यूल बैंक में करोड़ों का ट्रांजैक्शन किया गया।

Posted By: Inextlive