बिहार चुनाव को लेकर विश्लेषक भले ही क़यासों के भंवर में ग़ोते खा रहे हों लेकिन हर पार्टी जीत के दावों की बौछार कर रही है और पार्टी कार्यकर्ता आत्मविश्वास से भरे दिख रहे हैं।


शायद यही वजह है कि चुनाव नतीजे आने से पहले ही पटना की फूल मंडी में मालाओँ की बुकिंग शुरू हो गई है।पिछले 23 साल से फूलों का करोबार कर रहे विनोद मालाकार बताते हैं, “हमारे यहां 50 नेता संपर्क कर चुके हैं। वह आते हैं और कहते हैं कि हम राजद, बीजेपी या जेडीयू से आए हैं और सभी तरह की मालाओं के दाम पूछते हैं। कुछ ने तो पहले से बुकिंग करा ली है क्योंकि चुनाव वाले दिन फूलमाला के दाम बढ़ने वाले हैं।”अभी इस फूल बाज़ार में कलकत्ता से सात से आठ हज़ार फूलों की लड़ियां रोज़ाना आते हैं लेकिन 7 से 11 नवंबर के बीच कारोबारियों ने 20 हज़ार फूलों की लड़ियों का ऑर्डर दिया है।
फूल की दुकान सजाए 28 साल के राकेश कहते हैं, “अभी फ़ोन पर इंक्वायरी हो रही है। लेकिन हम लोग अपनी पूरी तैयारी किए हैं क्योंकि चुनाव के नतीजे और दीपावली आस-पास ही पड़ रहे हैं।”पटना स्टेशन से लगी इस मंडी से कुछ ही दूर स्थित स्थानीय फूल मंडी के दुकानदार पिंटू कहते हैं, “हमारे यहां इलेक्शन वाले दिन ही फूल माला बिकेगी। मान लीजिए कोई बुकिंग करा ले और पार्टी हार जाए तो हमारा तो फूल बर्बाद हो जाएगा।”


जहां मंडियों में हलचल है वहीं पटना शहर के फ्लोरिस्ट भी चुनाव नतीजों के दिन की तैयारी कर रहे हैं।पटना के डाकबंगला रोड पर स्थित पुष्पायन की मालिक शीला पोद्दार बताती हैं, “नतीजों के दिन अतिरिक्त फूल को मंगाए गए हैं लेकिन उनको ख़ास उम्मीद शपथ ग्रहण के दिन है क्योंकि उस दिन बुके की सबसे ज़्यादा मांग होती है।”

Posted By: Satyendra Kumar Singh