Varanasi: रिश्तों की महक को बरकरार रखने के लिए बुके देना कल्चर बना चुका है. इन दिनों शादी-पार्टी में हर किसी के हाथ में गिफ्ट के साथ बुके नजर आता है. लेकिन इनमें फूल कम और पत्तियां अधिक होती हैं. बुके की जबरदस्त डिमांड को देखते हुए इसे तैयार करने वालों ने यह नया खेल शुरू कर दिया है. उन्होंने बुके का रेट बढ़ा दिया है. उसकी साइज को छोटा कर दिया है. बुके में अच्छे फूलों की जगह पत्तियां और जंगली फूलों का इस्तेमाल कर रहे हैं. बुके कुछ ही दिनों में सूख जाते हैं. ऐसे में तमाम विकल्प हैं जो आपके रुपये भी बचाएंगे और आपकी याद को लम्बे समय तक कायम भी रखेंगे.

तूफान के नाम पर रेट में उफान

फ्लावर डेकोरेटर्स लालजी पाण्डेय बताते हैं कि रजनीगंधा, ग्लाइडोओलस, जरबेरा, ऑर्कीड, गुलाब, लिली, सिंथेसिया आदि फूल बुके को खूबसूरत बनाते हैं। इनकी खेती बंगाल में अधिक होती है। बनारस आने वाले ज्यादातर फूल कलकत्ता से टे्रन के जरिए पहुंचते हैं। अधिक पैदावार होने की वजह से अन्य जगहों की अपेक्षा यहां से फूल मंगाना सस्ता होता है। कुछ ऐसा ही कहना है फ्लावर डेकोरेटर राकेश तिवारी का। वो बताते हैं कि कुछ दिनों पहले आए तूफान फेलिन ने बंगाल में फूलों की खेती को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। अब कलकत्ता से पर्याप्त फूल नहीं आ पा रहे हैं। फूलों को लखनऊ, दिल्ली, गुजरात से मंगाना पड़ रहा है। यहां से आने वाले फूल महंगे हैं। इनकी वजह से बुके का रेट में लगभग डेढ़ गुना तक बढोतरी हो गयी है।

गायब हो गया गुलाब

बुके तैयार करने वालों ने सिर्फ रेट नहीं बढ़ाया है। उन्होंने बुके का साइज भी छोटा कर दिया है। साथ ही उसमें फूलों की संख्या घटाकर पत्तियां बढ़ा दी है। एक नॉर्मल साइज का बुके बनाने में पहले 20 गुलाब, 15 ग्लाइडोओलस और दस रजनीगंधा के साथ दो-चार जरबेरा या ऑर्कीड लगते थे। अब गुलाब मुश्किल से पांच छह होते हैं। रजनीगंधा और ग्लाइडोओलस की स्टिक भी इतनी ही होती हैं। इनके साथ कुछ जंगली फूल भी लगा दे रहे हैं जिनमें खुशबू नहीं होती है। बुके को बड़ा दिखाने के लिए चाइना पाम, इरीका पाम, अरमेनिया के साथ गुलाब आदि की पत्तियां लगा दे रहे हैं। इससे बुके हैवी नजर आता है. 

बढ़ गया बुके का रेट

-सबसे छोटा छह इंच का फ्लावर बास्केट सौ से सवा सौ रुपये में है। पिछले साल 70-80 रुपये में था।

- सवा सौ से डेढ़ सौ में तैयार होने वाले मीडियम साइज (10-12 इंच) का बास्केट दो से ढाई सौ में मिल रहा है।

-स्पेशल ऑर्डर देने पर बड़े साइज का बास्केट तैयार किया जा रहा है इसकी कीमत पांच सौ रुपये शुरू होती है।

-पिछले साल 50-60 में मिलने वाले बुके की शुरुआत इस साल सौ रुपये से हो रही है।

-15 से 20 फ्लावर स्टिक वाले बुके की कीमत 150 से 200 रुपये तक वसूली जा रही है।

-बुके में चार से पांच फ्लावर स्टिक की संख्या बढ़ते ही कीमत में सौ रुपये और जुड़ जा रहे हैं।

कुछ नया ट्राई करो

-बुके से कहीं बेहतर है कि उन रुपयों से गिफ्ट को और बेहतर बनाया जाए।

-खूबसूरत फ्लॉवर पॉट या फ्लावर पेटिंग भी बुके का अच्छा विकल्प है।

-आर्टीफीशियल फ्लावर से तैयार बुके मार्केट में हैं जो आपकी पॉकेट के मुताबिक हैं।

-यह बेहद खूबसूरत होते हैं और इनका वजूद लम्बे समय तक बना रहता है।

-इन बुके में कलर और डिजाइन के ढेरों ऑफ्शन होते हैं।

-गंदा होने पर इन्हें पानी से धोया भी जा सकता है।

Posted By: Inextlive