-नगर निगम की फागिंग मशीनें बंद, मलेरिया और बुखार के बढ़ने लगे केस

-सिटी के 70 वार्डों में नहीं दिखाई दे रही फागिंग मशीनें

- 45 छोटी व पांच बड़ी मशीनें, दस हो चुकी हैं घायल

GORAKHPUR: सिटी में मच्छरों का आतंक जैसे-जैसे बढ़ रहा है, नगर निगम की फागिंग मशीनें घायल होते जा रही है। वहीं, जिला अस्पताल में मलेरिया और बुखार के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, डेली दो से तीन केस मलेरिया व 30 से 40 केसेज बुखार के आ रहे हैं। जबकि, सिटी में फागिंग के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है। फिलहाल नगर निगम की सभी फागिंग मशीनें बंद है।

खराब पड़ी है मशीनें

नगर निगम की खराब मशीनों को जिला अस्पताल के संक्रामक रोग विभाग के पीछे एक छप्पर में फेंक दिया गया है। साइकिल में बंधी मशीनों को जहां टीन शेड में बंद कर दिया गया है। वहीं, बड़ी मशीनों को बाहर फेंक दिया गया है। कुछ मैजिक फागिंग मशीनों का भी यही हाल है। लेकिन इनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है।

नहीं लगाए गए इंप्लाइज

वार्डो में फॉगिंग के लिए इंप्लाइज की ड्यूटी शाम को लगाई जाती है। 70 वार्डो को दो हिस्सों में बांटा गया है और एक वार्ड में फागिंग के बाद इंप्लाइज को दूसरे वार्ड में तैनात कर दिया जाता है। छोटी मशीनों की क्षमता आधे घंटे तक ही है। ऐसे में इंप्लाइज की ड्यूटी जिस वार्ड में होती उनकी बारी लंबे समय के बाद अाती है।

फैक्टर फीगर

-साइकिल वाली छोटी फागिंग मशीन-45

- एक शिफ्ट में खर्च होता है डीजल- 05 लीटर

-एक शिफ्ट में खर्च होता है पेट्रोल-01 लीटर

-मैलाथियान लिक्विड -2.5 एमएल

-क्षमता --आधा घंटा

-बड़ी मैजिक वाली फागिंग मशीन -05

-एक शिफ्ट में खर्च होता है डीजल-60 लीटर

-मैलाथियान लिक्विड-01 लीटर

-पेट्रोल खर्च -08 लीटर

-क्षमता-एक घंटा तक

कोट

वार्ड में फागिंग न होने की वजह से मच्छरों के साथ बीमारियां भी बढ़ने लगी है। कंप्लेन के बाद भी जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।

अजय राज सिंह, प्रोफेशनल

नगर निगम फागिंग कराने के दावे अक्सर करता रहता है मगर एरिया में न तो दवा का छिड़काव किया जाता है और न ही फागिंग कराई जाती है।

रितेश श्रीवास्तव, प्रोफेशनल

फागिंग के लिए नगर निगम की ओर से जिन कर्मचारियों को लगाया जाता है। वह वार्ड में नहीं दिखाई देते हैं। जैसे-जैसे मौसम बदल रहा है मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ रहा है। लोग बीमार हो रहे हैं। फिर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

राकेश श्रीवास्तव, प्रोफेशनल

वर्जन

मार्च से फागिंग शुरू कराई जाएगी। वार्डवार फागिंग का शेड्यूल बनाया जा रहा है। फागिंग में छोटी-बड़ी मशीनों का उपयोग होगा। सभी मशीनों की रिपेयरिंग कराई जा रही है।

सीताराम जायसवाल, मेयर

Posted By: Inextlive