- रामकटोरा पर सीमेंट कारोबारी अरविंद गुप्ता की हत्या के 24 घंटे के अंदर पुलिस ने मामले का किया खुलासा, पकड़े गए दो आरोपी

- आरोपी युवक ने बताया पिता को बेइज्जत किया था अरविंद ने जिसका उसने लिया बदला

VARANASI: उसने मेरे पापा को बहुत बेइज्जत किया था। तीन साल पहले जब मैं पापा के साथ अरविंद को रुपये देने आया था तो उसने पापा को गाली दी थी बहुत बुरा भला कहा था। बस उसी बेइज्जती का बदला लिया मैंने। ये बयान सोमवार की रात रामकटोरा चौराहे पर घर के अंदर घुसकर अरविंद गुप्ता को मौत के घाट उतारने वाले उस आरोपी युवक के हैं जिसे पुलिस ने इस मर्डर के आरोप में मंगलवार को अरेस्ट किया है। पुलिस की मानें तो गाजीपुर सैदपुर के सीमेंट कारोबारी रामरतन चौबे के बेटे ईशान चौबे और उसके साथी अरुण गुप्ता ने इस दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने इनके पास से हत्या में प्रयुक्त हुआ हथौड़ा, ऑफिस से लूटे गए तीन लाख बीस हजार रुपये, दो मोबाइल और एक बाइक भी बरामद की है।

रात में ही दी दबिश

सोमवार रात रामकटोरा चौराहे पर घर में घुसकर ऑफिस में मौजूद सीमेंट कारोबारी अरविंद गुप्ता की हथौड़े से सिर पर वार कर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद पुलिस ने वहां लगे सीसी कैमरे के फुटेज के बल पर हत्यारों की शिनाख्त की और परिवार वालों से मिली जानकारी के बाद क्राइम ब्रांच को इस मामले के जांच की जिम्मेदारी दी गई। जिसके बाद क्राइम ब्रांच ने सोमवार रात पहचाने गए गाजीपुर के दोनों आरोपियों के घर दबिश दी लेकिन वह नहीं मिले। क्राइम ब्रांच ने दबिश जारी रखी और गाजीपुर के ही एक दूसरे घर से इस मामले के दोनों आरोपियों को पकड़ लिया।

एसपी क्राइम ने बताई कहानी

क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े इस हत्याकांड के अभियुक्त ईशान चौबे और अरुण गुप्ता निवासी सैदपुर गाजीपुर ने पुलिस पूछताछ में पूरा राज खोला। इस बारे में एसपी क्राइम राहुल राज ने पुलिस लाइन में नये बने संगोष्ठी सदन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि गाजीपुर के रामरतन चौबे सीमेंट और सरिया के रिटेल कारोबारी थे और माल अरविंद से ही लेते थे। जिसके लिए वह पेमेंट और ऑर्डर देने अक्सर बनारस आते थे। इसी क्रम में एक बार वह बेटे ईशान के साथ अरविंद को रुपये देने आये थे तो अरविंद ने उनको बहुत बेइज्जत किया था। जिससे रामरतन का बेटा ईशान बर्दाश्त नहीं कर सका और इस घटना को अंजाम दे दिया। इसके लिए ईशान ने पूरी प्लैनिंग सेट की। पड़ोस के अरुण गुप्ता जो पान विक्रेता है उसे झांसे में लिया और कहा कि हत्या के बाद ऑफिस में जो कुछ भी मिलेगा वह तुम्हारा। जिसके बाद सोमवार को दोनों बनारस के लिए निकले और यहां आने के बाद दोनों ने छक कर शराब भी पी।

फ्म्8 रुपये में खरीदा हथौड़ा

एसपी क्राइम के मुताबिक बनारस आने के बाद ईशान ने मलदहिया लोहा मंडी से एक हथौड़ा फ्म्8 रुपये में खरीदा और फिर कुछ दूर दूसरी दुकान से उसमें हत्था लगवाया। इसके बाद ईशान और अरुण अरविंद के यहां पहुंचे और दोनों ने बातचीत के दौरान अरविंद के सिर पर हथौड़े से वार करना शुरू कर दिया। एक के बाद एक तीन वार करने के बाद ईशान ने वहां लगे सीसी कैमरे और मानीटर को भी तोड़ा। इस बीच अरुण ने वहां रखे जूट के बैग को उठाया तो उसमें रुपये दिखे। इसके अलावा वहां मिली दो पेन ड्राइव और रुपये लेकर दोनों भाग निकले।

सीसी कैमरा न होता तो क्या होता

भले पुलिस इस पूरे घटनाक्रम के खुलासे के बाद अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन काम किया ऑफिस में लगे सीसी कैमरे ने। कैमरे में ईशान और अरुण दोनों एक साथ अरविंद के ऑफिस में घुसते दिखे हैं। अंदर जाने के दौरान अरुण के हाथ में हथौड़ी साफ दिख रही थी। इसके बाद अंदर पहुंचने के बाद पहले दोनों बैठकर अरविंद से बात किए हैं फिर नशे में चूर ईशान ने साथ लेकर आई हथौड़ी से एक के बाद एक अरविंद के सिर पर तीन वार कर उसे मौत की नींद सुला दिया। हालांकि इस दौरान अरविंद का बेटा और ड्राइवर उस ओर से निकले भी लेकिन किसी ने अंदर नहीं देखा। हालांकि फुटेज में दिखे ईशान की पहचान सबसे पहले अरविंद के बेटे शशांक ने ही की।

सुनाई पूरी कहानी

पकड़े गए ईशान ने बताया कि तीन साल पहले पिता के साथ आने के बाद अरविंद ने उसके पिता को बेइज्जत किया था और उसके बाद पिता की कैंसर से मौत हो गई। जिसके बाद इंटर के बाद उसकी पढ़ाई आगे नहीं बढ़ी और वह पिता का कारोबार देखने लगा। इस दौरान वह बनारस हर मंगलवार पेमेंट और ऑर्डर देने आता था और हर बार अरविंद उसे बेइज्जत करता था। जिससे वह अरविंद से खुन्नस खाये बैठा था।

Posted By: Inextlive