-200 एमएल दूध की जगह 150 एमएल दूध मिल रहा

-चार की जगह मिल रहे सिर्फ दो फल

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RANCHI (7 Jan): रिम्स में भर्ती मरीजों को तीन टाइम डायट देना है। इसके बावजूद गुरुवार को गीता देवी को नाश्ता के बाद दिन का खाना नहीं मिला। उन्होंने बताया कि बाहर से खाना मंगाना पड़ा। यही नहीं, अनिता देवी व सोदरी देवी का भी कहना है कि यहां कब, क्या और कितना खाना मिलेगा कि नहीं, ये सब हमलोगों को पता भी नहीं है। डर से हमलोग डायट के बारे में पूछने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाती हैं। जो मिलता है, वही खा लेती हैं। बाकी बाहर से खाना मंगा कर खा रहे हैं। इधर, किचेन प्रभारी विरेंद्र सिंह का कहना है कि हमलोगों को जो डायट चाट मिला है, उसी के हिसाब से खाना दे रहे हैं। हमलोग इसमें कुछ नहीं कर सकते। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर रिम्स में भर्ती मरीजों का खाना कौन खा रहा है?

क्या है डायट चार्ट

मरीजों को हास्पिटल में तीन टाइम डायट दिया जाना है। इसके तहत सुबह के नाश्ते में एक पावरोटी, ख्00 एमएल दूध, एक अंडा और तीन फल देना है। दोपहर में चावल, रोटी, दाल व सब्जी देने का चार्ट बनाया गया है। इसके अलावा रात में भी चावल, रोटी, दाल व सब्जी देना है। वहीं, हफ्ते में एक दिन चिकन भी दिया जाना है।

दूध मिला, तो खाना नहीं

मरीजों का कहना है कि जिन्हें आधा लीटर दूध मिल रहा है, उन्हें खाना नहीं दिया जा रहा है। वहीं कुछ मरीजों को चार फल दिए जा रहे हैं, तो कुछ को दो फल। ऐसे में मरीज भी यह समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्हें कितना डायट मिलना है। दूध भी ख्00 एमएल की जगह क्भ्0 एमल ही मिल रहा है। जबकि डायटीशियन का कहना है कि मरीजों का पूरा डायट भेजा जा रहा है।

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क्या कहते है मरीज

यहां किसे क्या खाना देना है, क्या नहीं। ये सब हमलोग को तो पता भी नहीं है। डर के मारे हम लोग पूछ भी नहीं पाते हैं। लेकिन, कुछ को फल भी मिल रहा है और कुछ को दूध के साथ खाना भी। मेरे साथ ऐसा नहीं है।

-सोदरी देवी

हमलोगों को तो सुबह में दो सेव, एक संतरा, एक पावरोटी और आधा लीटर दूध का पैकेट दिया जा रहा है। इसके अलावा दिन में कोई खाना नहीं मिलता है। ऐसे में हमलोग बाहर से खाना लाकर खा रहे हैं।

गीता देवी

हमारे मरीज को तो एक अंडा, एक सेव और एक पावरोटी दिया गया। दूध तो मिला ही नहीं। वहीं दिन में खाना और रात में भी खाना दिया जा रहा है। हमलोगों को तो यह भी नहीं मालूम कि क्या मिलता है और क्या नहीं।

गणेश कुमार चौधरी

हमलोग को तो नाश्ता में दूध भी मिला और खाना भी दिया गया। इसके अलावा चार फल मिले। उसमें सेव और संतरा के अलावा अंडा भी था। हमलोगों को तो तीन टाइम खाना दिया जा रहा है।

राजेश कुमार

हम लोगों को तो दूध, फल व अंडा मिला। इसके बाद खाने के लिए किसी ने पूछा भी नहीं। यहां समझना मुश्किल है कि किसे पूरा खाना मिलेगा और किसे सिर्फ दूध। लेकिन कुछ लोगों के साथ ही ऐसा क्यों हो रहा है।

अनिता देवी

वर्जन

हमें जो डायट चार्ट दिया गया है, उसी आधार पर मरीजों को खाना दे रहे हैं। इसके अलावा कुछ मरीजों को उनकी बीमारी के हिसाब से डायट देने का आदेश है। हम अपनी ओर से कुछ नहीं कर सकते।

-वीरेंद्र सिंह, प्रभारी, किचेन रिम्स

Posted By: Inextlive