फुटपाथ कहां है जनाब

-बेली रोड के फुटपाथ पर 100 मीटर के अंदर लगती हैं फलों की कई दुकानें

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PRAYAGRAJ: शहर में हर तरफ फुटपाथ पर कब्जा नजर आ रहा है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने अभी तक शहर तमाम प्राइम एरियाज में स्थित फुटपाथ के हाल से आपको रूबरू कराया। इनमें से एक भी ऐसा नहीं मिला जिस पर पब्लिक ईजिली मूव कर सके। कहीं दुकानें तो कहीं किताबें और कहीं नर्सरी लगी मिलीं। इसी कड़ी में हम पहुंचे ट्रैफिक चौराहा और ब्लड बैंक के बीच में स्थित फुटपाथ का हाल जानने। यहां 100 मीटर के फुटपाथ पर फलों की ढेरों दुकानें आबाद हैं।

ट्रैफिक

ट्रैफिक चौराहे से ब्लड बैंक की तरफ बढि़ए, यहां लेफ्ट साइड में फलों की ढेरों दुकानें लगी रहती हैं। फुटपाथ पर हर रोज लगने वाली यह दुकानों की संख्या काफी ज्यादा है। कहीं सड़क पर ही तो कहीं साइकिल में फलों को रखे दुकानदार खड़े रहते हैं। इस तरफ से आने-जाने वाले लोग इनसे फ्रूट्स खरीदने के लिए रुकते हैं। इसके चक्कर में कई बार यह रूट जाम हो जाता है। इन फलों की दुकान से खरीदारी के चक्कर में कई बार दूसरी साइड से जा रहे लोग भी यू-टर्न लेकर यहां पहुंच जाते हैं। इससे कई बार एक्सीडेंट और जाम के हालात बन जाते हैं। फुटपाथ पर दुकानें इस तरह से लगी रहती हैं फल खरीदने के चक्कर में रोड जाम हो जाती है।

लखनऊ रूट का हाल-बेहाल

यह फुटपाथ लखनऊ रूट पर है। इस तरह सड़क किनारे फलों की दुकानें लगने से इस रोड से गुजरने वाले व्हीकल्स को भी प्रॉब्लम होती है। ट्रैफिक चौराहा और ब्लड बैंक का एरिया काफी रश वाला है। ऐसे में इन दुकानों के चक्कर में यहां की मुश्किलें और बढ़ जाती हैं।

कॉलिंग

राजापुर और आस-पास के एरिया के साथ ही लखनऊ रूट से गुजरने वाले लोगों की भीड़ अक्सर फल मंडी को देख कर आकर्षित होती है। लोगों की भीड़ फल खरीदने रुक जाती है। इसकी वजह से मेन रोड पर जाम की स्थिति बनी रहती है।

-अहमद अली

पूर्व पार्षद

कुंभ मेला के दौरान फुटपाथ बनने के बाद पटरी पर दुकान चलाने वालों को भगाया गया था। दुकानदारों को भगाना समस्या का समाधान नहीं है। बल्कि नगर निगम निगम और एडमिनिस्ट्रेशन को कुछ बेहतर रास्ता निकालना चाहिए।

-मो। अजहर

फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले अपने फायदे को छोड़ कर पब्लिक के बारे में जरा भी नहीं सोचते हैं। मेन रोड पर सब्जी या फल खरीदते समय किसी के साथ कोई हादसा हो जाएगा तो जिम्मेदार कौन होगा।

-शकील अहमद

शाम को जब स्टूडेंट्स और आम पब्लिक की भीड़ मार्केट में आती है उस समय स्थिति काफी खराब हो जाती है। आए दिन लोग किसी न किसी व्हीकल का धक्का लगने से घायल हो जाते हैं।

-खादिम हुसैन

Posted By: Inextlive