कॉट इन ए जाम

-पटरी तो पटरी यहां तो रोड भी गायब

-इंक्रोचमेंट का कुछ ऐसा ही है हाल

-जिसकी वजह से लगता है जाम

-रोड पर ही खड़ी कर देते हैं व्हीकल्स

ALLAHABAD: सिटी में स्मूथ ट्रैफिक न होने का दर्द इलाहाबाद की पब्लिक झेल रही है। जहां थोड़ी-थोड़ी दूर पर लंबा-लंबा जाम लग जाता है। आई नेक्स्ट ने कॉट इन ए जाम कैंपेन के तहत थर्सडे को शहर के मेन ट्रैफिक जाम वाले एरिया का भ्रमण किया तो, लापरवाही, गैर जिम्मेदारी और बेफिक्री का आलम हर तरफ नजर आया। दुकानें पटरी क्रॉस कर सड़क तक लगी थीं। वहीं, व्हीकल पार्किंग स्थल पर नहीं बल्कि सड़क पर ही पार्क थे। ट्रैफिक सिस्टम, कंट्रोलिंग सिस्टम के साथ ही पब्लिक की आदतों में कुछ बदलाव लाकर सिटी को जाम से मुक्ति दिलाई जा सकती है। बस थोड़ा ट्रैफिक पुलिस, डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन एडीए और नगर निगम प्रयास कर ले तो जाम से मुि1क्त मिल जाए।

एनक्रोचमेंट-

पब्लिक के लिए नहीं छोड़ी रोड

सिटी में जाम लगने का सबसे बड़ा कारण इंक्रोचमेंट है। जिसकी वजह से व्हीकल्स को निकलने का रास्ता नहीं मिल पाता और जाम लग जाता है। पुराना कटरा, नया कटरा, चौक, जानसेनगंज, घंटाघर, नवाब यूसुफ रोड, स्टेशन रोड, लीडर रोड, महात्मा गांधी रोड, हाईकोर्ट रोड के साथ ही सिटी की ऐसी कोई भी रोड नहीं बची है, जो इंक्रोचमेंट का शिकार नहीं है। कहीं पार्किंग करने वालों का इंक्रोचमेंट है तो कहीं व्यापाि1रयों का।

सॉल्यूशन:

इस प्रॉब्लम के परमानेंट सॉल्यूशन के लिए सख्ती के साथ अभियान चलाना चाहिए ताकि एक बार में ही सारा इंक्रोचमेंट हट जाए। इसके बाद निगरानी की ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि दोबारा कोई इंक्रोचमेंट न करने पाए। दोबारा कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। केवल खानापूर्ति नहीं।

फुटपाथ पर सजी दुकानें

कार, बाइक, साइकिल, ठेला, रिक्शा के साथ ही अन्य व्हीकल्स के कारण पैदल चलने वालों को दिक्कत न हो, इसलिए रोड के किनारे फुटपाथ बने, लेकिन सिटी में किसी भी रोड पर पैदल चलने के लिए यह नहीं बचे हैं। सड़कों पर जहां ट्रैफिक पर लोड है। वहीं पटरी यानी फुटपाथ पर जबर्दस्त इंक्रोचमेंट है। हर रोड पर फुटपाथ गायब है। ऐसे में जाम नहीं लगना लाजिमी है।

सॉल्यूशन-

फुटपाथ को खाली कराने के लिए एडीए और नगर निगम को अभियान चलाना चाहिए। जिससे लोगों को पैदल चलने के लिए परेशान न होना पड़े।

कब जानेंगे सही पार्किंग प्लेस

एक तरफ सिटी में जाम की समस्या है वहीं दूसरी तरफ लोगों की कहीं भी व्हीकल पार्क करने की आदत। आई नेक्स्ट टीम गुरुवार को जब विवेकानंद चौराहे से होटल यात्रिक चौराहे की ओर बढ़ी तो सड़क के दोनों साइड की रोड पार्किंग बनी हुई थी। सुभाष चौराहा, जानसेनगंज, लीडर रोड का भी यही हाल था।

सॉल्यूशन-

बिजनेस एरिया के साथ ही ज्यादा भीड़भाड़ वाले एरिया में डेवलप किए जाएं पार्किंग लॉट जहां पर लोग पार्क कर सकें व्हीकल्स। इसके अलावा सड़क पर व्हीकल्स खड़ा करने वालों से सख्ती से निपटा जाए।

सड़क पर खड़ी कर दी बाइक

इलाहाबादियों की मनमानी किस कदर हावी है। इसका नजारा गुरुवार को विवेकानंद चौराहा के पास स्थित आईसीआईसीआई बैंक के सामने दिखाई दिया। यहां सड़क किनारे की पटरी खाली थी। फिर भी चार-पांच बाइक्स रोड पर खड़ी थीं जिसकी वजह से डबल लेन वाली सड़क की एक लेन गायब हो गई थी। दूसरी लेन पर एक बाइक निकलने भर की जगह भी नहीं थी।

Posted By: Inextlive