भाई-बहनों के बीच भले ही सात समंदर की दूरी हो लेकिन रिश्तों की मजबूती उन्हें हर पल साथ रखती है. पवित्र प्रेम की यह डोर इतनी मजबूत है कि कोई भी सीमा उसे नहीं तोड़ सकती. शहर में कई भाई-बहन ऐसे हैं जिनकी बहन और भाई सुदूर विदेशों में रह रहे हैं. रक्षाबंधन के त्यौहार के मद्देनजर बहनों ने भाइयों के लिए विशेष तौर पर राखियां भेजी हैं. वहीं भाई भी उन्हें उपहार भेज रहे हैं.

रक्षा के पर्व में दूरी मिट जाती
दस अगस्त को रक्षा बंधन का त्यौहार है. इसको लेकर जोर शोर से तैयारियां चल रही है. आमतौर पर इस दिन भाई बहन मिलकर ही त्यौहार मनाते हैं, लेकिन जो भाई या बहन बाहर रहते है उनके लिए राखी और उपहार भेजने का भी प्रचलन है. इसके चलते शहर में राखी और उपहार आने और भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है. शहर में कई भाई बहन ऐसे है जिनके भाई या बहन विदेशों में रहते हैं. दूर होने का दर्द का तो रहेगा ही, लेकिन जब अपनों के द्वारा भेजी गई राखी व उपहार मिलता है तो उसकी खुशी की कल्पना नहीं की जा सकती है.

प्यार की डोर बांधे रखती है रिश्ता

हमारे भाई-बहन चाहे जितने भी दूर हों लेकिन एक कच्चे धागे की डोर हमारे रिश्ते को हमेशा बांधे रखती है. इस  डोर में इतना प्यार होता है कि वह इन रिश्तों को हमेशा जीवंत रखती है. रामपुर के पुराना गंज बगिया में रहने वाले राजा अग्रवाल की बहन सोनल अग्रवाल अमेरिका में रहती हैं. अपने भाई के लिए उन्होंने अमेरिका से भगवान गणेश की मूर्ति और राखियां भेजी है. वह कहते कि यह उपहार मेरे लिए अनमोल है. जैसे ही घर में पार्सल आया तो उपहार देखकर घर के सभी लोग भावुक हो गए. वहीं मिस्टन गंज की मीनाक्षी गुप्ता के भाई विनीत अग्रवाल ब्रिटेन में रहते हैं. अपने भाई के लिए उन्होंने ऑन लाइन गिफ्ट भेजने की बुकिंग की है. कहती है कि रक्षाबंधन का त्यौहार भाई- बहन को प्रेम की डोर से बांधे रखता है. यह एहसास अनुपम है.

विदेशों में मनाया जाता पर्व

यह प्यार का पर्व सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी इसे उतने ही उत्साह से मनाया जाता है. विदेशों में भी भारतीय संस्कृति को सराहा जाता है. विदेश में रहने वाले इंडियंस बताते हैं कि पूरे साल भर हम भाई बहन को इस दिन का इंतजार रहता है. राम नाथ कालोनी की मानसी जोशी ने अपने भाई के लिए सउदी अरब राखियां भेजी हैं. उन्होंने कहा कि भाई की खुशी से मुझे भी खुशी मिलती है. मन तो यही करता है कि वह हमारे साथ मिलजुल कर त्यौहार मनाए, लेकिन ऐसा संभव न हो पाने की वजह से भाई के लिए राखी भेजती हूं. इन राखियों में असीम प्यार है.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari