वेडनसडे को जंगलों में आग की राज्यभर में 256 घटनाएं। पौड़ी में 24 घंटे में सबसे ज्यादा 118 घटनाएं। रुद्रप्रयाग व यूएस नगर को छोड़ हर जिले में आग।

DEHRADUN वेडनसडे का दिन उत्तराखंड के जंगलों के लिए सबसे भयावह रहा। पिछले 24 घंटों के दौरान जंगलों में आग लगने की 243 घटनाएं दर्ज की गई। सबसे बुरे हालात पौड़ी जिले के रहे, जहां आग की 118 घटनाएं हुई। वेडनसडे को कुल 923 हेक्टेयर जंगल आग की भेंट चढ़ गये। जिनमें 704 हेक्टेयर अकेले पौड़ी में है। अब तक राज्य में कुल 2157 हेक्टेयर और पौड़ी जिले में 1190 हेक्टेयर जंगल जल चुके हैं। पिछले 24 घंटे में ऊधमसिंह नगर और रुद्रप्रयाग को छोड़कर सभी जिलों में आग लगने की घटनाएं हुई हैं।

 

पौड़ी में हालात बुरे

इस बार पौड़ी में हालात सबसे बुरे हैं। इस बार सीजन शुरू होने के बाद से ही पौड़ी आग की घटनाओं में सबसे आगे चल रहा है। वेडनसडे को तो जिले में न सिर्फ आग की सबसे ज्यादा घटनाएं हुईं, बल्कि गौशाला तक आग पहुंचने के कारण 4 मवेशी भी जलकर मर गये। आग लगने के कारण हुए नुकसान में सबसे बड़ा हिस्सा भी पौड़ी का है। यहां अब तक 1190 हेक्टेयर जंगल जल गये हैं। पौड़ी में लगातार आग लगने की नई घटनाएं सामने आ रही हैं।

 

अब तक की घटनाएं

जिल घटनाएं प्रभावित क्षेत्र हेक्टेयर

अल्मोड़ा 153 366

बागेश्वर 28 73

चमोली 58 87

चम्पावत 33 53

देहरादून 50 57

हरिद्वार 29 62

नैनीताल 53 42

पौड़ी 407 1190

पिथौरागढ़ 49 111

रुद्रप्रयाग 5 8

टिहरी 58 48

यूएस नगर 0 0

उत्तरकाशी 102 75

कुल 1025 2181

 

सीएम ने दिये दिशा-निर्देश

जंगलों में आग को लेकर सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने वेडनसडे सुबह सभी जिलों के डीएमए डीएफ ओ और सीएमओ के साथ वीडिया कांफ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की और हालात जाने। सीएम ने निर्देश दिये कि आग को बुझाने में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अधिकारी बारिश का इंतजार न करें बल्कि आग को बुझाने के तुरन्त प्रयास करें। उन्होंने अन्य विभागों से भी मदद लेने को कहा।

 

पौड़ी डीएफओ को फटकार

वीसी के दौरान उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई। जब डीएम पौड़ी की स्थिति पर चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बहुत खराब परफॉरर्मेस के लिए पौड़ी डीएफओ से पूछा तो पैसा न होने की बात कहने लगे। हालांकि इस दौरान डीएम कहते रहे कि पैसा आ गया है। लेकिन डीएफओ का तर्क था कि पैसा निकालने से लेकर जरूरत की जगह इस्तेमाल करने तक टाइम लगता है। इस पर सीएम बुरी तरह भड़क गये और डीएफओ पौड़ी को शाम तक रिजल्ट देने को कहा। हालांकि शाम तक पौड़ी जिले में 24 घंटे में 118 आग की घटनाओं पर काबू पाकर रिकॉर्ड कायम कर दिया।

 

कुछ जगहों पर बारिश से राहत

वेडनसडे शाम को राज्य के कुछ हिस्सों में हुई बारिश से कुछ राहत मिली। खासकर आग से दूसरे सबसे ज्यादा प्रभावित अल्मोड़ा जिले के ज्यादातर हिस्सों में शाम को हुई बारिश के बाद आग बुझने का समाचार है। मसूरी से लगते टिहरी जिले के धनौल्टी क्षेत्र में भी बारिश होने से कई जगहों में लगी आग बुझ जाने का सामाचार हैं।

 

मामूली गिरावट के बावजूद पारा 40 से ऊपर

DEHRADUN: वेडनेसडे को लगातार तीसरे दिन दून में टेंप्रेचर 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना रहा। हालांकि ट्यूजडे के मुकाबले टेंप्रेचर में मामूली कमी दर्ज की गई। दून में आज मैक्सिमम टेंप्रेचर 40.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गयाए जो मंडे के बराबर है। ट्यूजडे को टेंप्रेचर 40.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था।

 

मौसम विभाग का अलर्ट

मौसम विभाग ने अगले 3-4 दिन तक राज्य के पहाड़ी और मैदानी हिस्सों में तेज गर्मी के साथ ही गर्म हवाएं चलने के अलर्ट जारी किया है। थर्सडे को राज्य के कुछ हिस्सों में दोपहर बाद तेज हवाओं के साथ बारिश अथवा ओले गिरने की संभावना जताई गई है। दून में थर्सडे को आमतौर में आसमान साफ रहने और शाम को गरजने वाले बादल छाने की संभावना जताई गई है। हालांकि गर्मी से राहत की फि लहाल उम्मीद नहीं है। मैक्सिमम टेंप्रेचर 40 डिग्री के आसपास ही बने रहने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार दूनवासियों को अभी 3 या 4 दिन तक तेज गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि 28 मई के बाद बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है, हालांकि इस दौरान गरजने वाले बादल बनने और हवाएं चलने से मामूली राहत मिल सकती है।

 

आग की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन उन पर काबू भी किया जा रहा है। पौड़ी में जरूर स्थिति कुछ खराब है। बाकी सभी जिलों में सिचुएशन कंट्रोल में है। फि लहाल सेना या किसी अन्य एजेंसी से मदद लेने की जरूरत नहीं है। आज शाम हुई बारिश से कुछ राहत मिली है।

बीपी गुप्ता, नोडल अधिकारी वनाग्नि

Posted By: Inextlive