-आवंटित फ्लैट्स की धनराशि नहीं की जमा, दिखा दी फर्जी रसीद

-एमडीए वीसी ने दिए कार्रवाई के आदेश, होगी रिकवरी

Meerut । आवंटित फ्लैट की धनराशि जमा करने के बजाए फर्जी रसीद दिखाकर एमडीए के दो कर्मचारी एक करोड़ रुपये हजम कर गए। हेराफेरी पर एमडीए के एक क्लर्क और मेट के खिलाफ कार्रवाई के आदेश एमडीए वीसी ने दिए हैं। तत्कालीन क्लर्क वर्तमान में सहारनपुर में तैनात हैं जबकि मेट एमडीए में ही है। इस मामले में एक करोड़ की रिकवरी भी होगी।

फ्लैट का नहीं किया भुगतान

कुछ वर्ष पूर्व एमडीए के मेट बलराम ने पांडवनगर में एलआईजी फ्लैट आवंटित कराया था। कुछ माह पूर्व इस मामले में नया मोड़ तब आया जब तत्कालीन क्लर्क जिले सिंह जो वर्तमान में सहारनपुर में तैनात हैं, ने बलराम के उस फ्लैट को अपनी पत्‍‌नी के नाम ट्रांसफर करा लिया। इस मामले में एक शिकायत पहुंची कि धनराशि गबन की गई है। जांच हुई तो यह पता चला कि बलराम ने आवंटन के लिए धनराशि जमा करने की जो रसीद लगाई थी वह नकली है। उधर, जब बलराम से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि उसने धनराशि क्लर्क को दे दी थी, जो भी रसीद दी है वह जिले सिंह ने दी है। जांच के आधार पर जिले सिंह की सीधी भूमिका पाई गई, इस दौरान जिले सिंह ने जांच को भटकाने की भी कोशिश की, जिसके आधार पर उन पर मुकदमा दर्ज कराया गया।

जमा नहीं की धनराशि

मुकदमे के बाद भी बकाया धनराशि जमा नहीं की गई और ब्याज बढ़ता गया। वर्तमान में उस फ्लैट की किश्त व उसके ब्याज का आंकलन किया गया तो यह राशि एक करोड़ पहुंच गई है। इस राशि की अब रिकवरी की जानी है। शुक्रवार को वीसी साहब सिंह ने सचिव राजकुमार की अध्यक्षता में समिति गठित कर दी। यह समिति यह तय करेगी कि एक करोड़ की धनराशि सिर्फ जिले सिंह से की जाएगी या फिर दोनों से।

---

गबन के आरोप में तत्कालीन क्लर्क और मेट की भूमिका प्रकाश में आ रही है। सचिव को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

-साहब सिंह, उपाध्यक्ष, एमडीए

Posted By: Inextlive