दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का निधन हो गया है. वे 95 साल के थे. सितम्बर में अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उनका घर पर ही इलाज किया जा रहा था.


दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा राष्ट्रपति जैकब ज़ूमा ने कहा, "साथियों, हमारे प्यारे नेल्सन मंडेला हमारे लोकतांत्रिक राष्ट्र के संस्थापक राष्ट्पति हमें छोड़कर चले गए हैं. पांच दिसंबर को रात आठ बजकर पचास मिनट पर वे अपने परिवार के बीच थे और तभी हमें अलविदा कह गए. अब वे आराम कर रहे हैं. हमारे राष्ट्र ने अपना सबसे महान सपूत खो दिया है. हमने अपना पिता खो दिया है. हम जानते थे कि एक दिन ये दिन भी आना था लेकिन हमें जो क्षति हुई है वो अपूर्णनीय है."ज़रा भी कड़वाहट नहीं


वहीं नेल्सन मंडेला के साथ वर्ष 1993 में शांति पुरस्कार साझा करने वाले दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति एफ डब्ल्यू डी क्लार्क ने बीबीसी को बताया, "मंडेला में कटुता या कड़वाहट वाली बात ज़रा भी नहीं थी, जो उनकी एक ख़ास बात है. वे मेरे लोगों की चिंताओं को समझते थे. वे ये भी समझते थे कि मैं सार्वजनिक जीवन में किसकी नुमाइंदगी करता हूं. और वो ये सब अपने उसूलों को ताक पर रखकर नहीं करते थे."

क्लार्क ने कहा "उन्होंने अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया. जब बातचीत होती थी तो वे अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस की चिंताओं को भी समझते थे जो काले लोगों की सबसे मज़बूत राजनीतिक पार्टी थी. इन्हीं सब बातों की वजह से हमारे बीच समझौता हो पाया था और ऐसी सहमति बनी जो हमारे उम्दा संविधान में भी जुड़ी है."नेल्सन मंडेला दुनिया के बेहतरीन राजनेताओं में शुमार किए जाते थे. उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका में रंगभेदी सरकार की जगह एक लोकतांत्रिक बहुनस्लीय सरकार बनाने के लिए लंबा संघर्ष किया और इसके लिए वे 27 साल तक जेल में रहे.देश के पहले काले राष्ट्रपति का पद संभालते हुए उन्होंने कई अन्य संघर्षों में भी शांति बहाल करवाने में अग्रणी भूमिका निभाई. उन्हें 1993 में नोबेल शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.'खो दिया महान बेटा'दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब ज़ूमा ने देश के राष्ट्रीय टेलीविज़न चैनल पर एक बयान में कहा, ''हमारे राष्ट्र ने अपने सबसे महान बेटे को खो दिया है.''उन्होंने कहा, ''दक्षिण अफ्रीका के साथियों, नेल्सन मंडेला ने हमें एकजुट किया और हम सब साथ मिलकर उन्हें विदाई देंगे. तब तक हमारा राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा.''मंडेला के निधन पर दुनियाभर के मौजूदा और भूतपूर्व नेताओं ने शोक व्यक्त करते हुए उन्हें अपने श्रद्धा-सुमन अर्पित किये हैं.

Posted By: Subhesh Sharma