पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के मुख्य सचिव आर के धवन ने आपातकाल के 40 साल पूरे होने पर टीवी चैनल को इंटरव्‍यू दिया है। धवन ने कहा कि देश में इमरजेंसी के लिए इंदिरा गांधी से ज्‍यादा पश्चिम बंगाल के तत्‍कालीन मुख्‍यमंत्री सिद्धार्थ शंकर रे जिम्‍मेदार थे।


इमरजेंसी के लिए जिम्मेदार थे सीएम रेइंदिरा गांधी के मुख्य सचिव आर के धवन ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया है कि इमरजेंसी लगाए जाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से ज्यादा पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री सिद्धार्थ शंकर रे जिम्मेदार थे। रे ने इंदिरा गांधी को पत्र लिखकर देश में आपातकाल लगाने का सुझाव दिया था। इससे पहले तक किसी ने भी आपातकाल के संबंध में कोई पहल नहीं की थी। इस्तीफा पत्र भी था तैयार
धवन ने बताया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने पद से इस्तीफा देने का फैसला कर लिया था। इसके लिए उन्होंने बाकायदा पत्र भी लिखवा लिया था। लेकिन मंत्रिमंडल के विरोध के बाद इंदिरा गांधी ने इस्तीफे पर हस्ताक्षर करने से खुद को रोक लिया। इसी बीच 8 जनवरी 1975 को सिद्धार्थ शंकर रे ने पत्र लिखकर देश में आपातकाल लगाने का सुझाव दिया। इसके बाद चुनाव रद कराने के बाद आपातकाल की पुरजोर वकालत की थी। इसके बाद राष्ट्रपति के पास जाकर आपातकाल लगाने की संस्तुति दे दी गई।

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Posted By: Prabha Punj Mishra