-टायो संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल को पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने किया आश्वस्त, कहा

-कंपनी प्रबंधन ने जमीन आयडा से ली या ग्रामीणों से इसकी करेंगे पड़ताल

- टायो रोल्स कर्मचारियों के हक की लड़ाई अब टायो संघर्ष समिति लड़ेगी

- रविवार को मजदूर नेता एसएन सिंह के नेतृत्व में समिति का गठन किया गया

-सीएम रघुवर दास और टीवी नरेंद्रन की वार्ता के बाद बनेगी आगे की रणनीति

JAMSHEDPUR: पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने टायो कर्मचारियों को भरोसा दिया है कि उनके रहते किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी। रविवार को टायो संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल से अपने आवास पर मुलाकात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि टायो कंपनी लगाने के लिए प्रबंधन ने जमीन आयडा से ली थी या फिर ग्रामीणों से, इस बारे में पता करेंगे। फिर प्रबंधन से बात करेंगे। इससे पूर्व टायो संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाते हुए बताया कि कंपनी बंद करने के पीछे साजिश है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि किसी की नौकरी न जाए। उन्होंने कहा कि उनके रहते ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।

लड़ाई लड़ेगी समिति

टायो रोल्स कर्मचारियों के हक की लड़ाई अब टायो संघर्ष समिति लड़ेगी। रविवार को मजदूर नेता एसएन सिंह के नेतृत्व में समिति का गठन कर लिया गया है। इस समिति में कंपनी के सभी विभागों से पांच-पांच कमेटी मेंबरों को शामिल किया गया है। यह समिति टायो से संबंधित सभी मामलों को देखेगी और उसी के अनुरूप आगे की रणनीति तय करेगी। बिष्टुपुर स्थित आवास पर टायो संघर्ष समिति का गठन करने के बाद एसएन सिंह ने कहा कि समाचार पत्रों में मुख्यमंत्री रघुवर दास का बयान आया है कि टायो कंपनी को बंद करने के लिए प्रबंधन और राकेश्वर पांडेय के नेतृत्व वाली यूनियन के बीच समझौता हुआ है। घाटे की वजह से कंपनी का बंद होना तय है। सीएम ने अपने बयान में यह भी भरोसा दिलाया है कि टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन के लौटने पर वह वीएसएस पैकेज को और बेहतर करने के लिए वार्ता करेंगे। इस वार्ता का समिति इंतजार करेगी। उसके बाद आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा। बैठक में शैलेश सिंह, अजय शर्मा, एसपी सिंह, संतोष, देवेन्द्र सहित काफी संख्या में कर्मचारी उपस्थित थे।

टायो अधिकारियों के खिलाफ दर्ज होगी एफआईआर

टायो रोल्स लिमिटेड में पहली जून से लायी गई वोलेंट्री सेपरेशन स्कीम को अभी तक एक भी कर्मचारी ने नहीं लिया है। इससे प्रबंधन काफी परेशान है। यही वजह है कि प्रबंधन अब कर्मचारियों पर वीएसएस लेने के लिए दबाव बनाने लगा है। कर्मचारियों को डिस्चार्ज करने की धमकी देकर मानसिक प्रताडि़त किया जा रहा है। रविवार को टायो संघर्ष समिति ने फैसला किया कि इस प्रताड़ना के खिलाफ सोमवार को प्रबंधन के अधिकारियों पर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी। कर्मचारियों पर जोर-जबरदस्ती नहीं होने दी जाएगी।

Posted By: Inextlive