फ्रांस के पूर्व प्रेसीडेंट निकोलस सरकोजी को अपनी शक्ति के दुरूपयोग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है.


चुनाव चंदे की बातें ले डूबींफ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी को गिरफ्तार कर लिया गया है. दरअसल पूर्व फ्रांसीसी प्रेसीडेंट को 2007 में होने वाले चुनावों के दौरान हुई अनियमितताओं के बारे में चल रही जांच की जानकारी निकालने के आरोप के तहत गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में फिलहाल सरकोजी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है लेकिन जरूरत पड़ने पर पुलिस राष्ट्रपति को 24 घंटे और इससे ज्यादा के लिए भी हिरासत में रख सकती है. क्या है मामला
दरअसल वर्ष 2007 में हुए जासूस निकोलस सरकोजी की लिबियन नेता गद्दाफी से चुनाव के लिए फंड लेने वाले मामले की जांच कर रहे थे. इस दौरान ही उन्हें एक इस बारे में जानकारी मिली कि निकोलस सरकोजी ने फ्रांस की सबसे रिच महिला लिलियन बेटनकोर्ट से भी पैसे लिए हैं. लेकिन जब निकोलस सरकोजी को अपने फोन के टेप होने के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने पॉल बिसमुथ के नाम से एक नया नम्बर ले लिया. इससे भी बड़ी बात तब सामने आई जब जासूसों को इस बात की भनक लगी कि निकोलस सरकोजी एक प्रभावशाली जज और वकील के माध्यम से उनके खिलाफ बन रहे केस की हर डेवलपमेंट की जानकारी ले रहे थे. इस मामले में एक वकील और जज के घर पर भी रेड पड़ी है. दरअसल पुलिस इस बात की पुष्टि करने की कोशिश कर रही है कि कहीं सरकोजी ने जज को उनकी मदद करने के एवज में कोई बड़ा पद देने का वादा तो नही किया है. ड्रीम 2017 को धक्काइस मामले में नाम सामने आने और पुलिस द्वारा डिटेन किए जाने से निकोलस सरकोजी के 2017 के प्रेसीडेंट चुनावों में जीतने के सपने को एक बड़ा धक्का लगा है. दरअसल सरकोजी ने 2007 से लेकर 2012 तक फ्रांस के प्रेसीडेंट पर को संभाला है.

Posted By: Prabha Punj Mishra