पाकिस्तान के बेहतरीन लेग स्पिनर रहे मुश्ताक अहमद ने भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल को कुछ टिप्स दिए हैं। अहमद कहते हैं अगर चहल ये बातें मान लें तो वह और खतरनाक साबित हो सकते हैं।

नई दिल्ली (पीटीआई)। युजवेंद्र चहल इस समय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ लेग स्पिनरों में शामिल हैं, लेकिन पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर मुश्ताक अहमद का कहना है कि वह क्रीज के बेहतर इस्तेमाल से और ज्यादा प्रभावी हो सकते हैं। अहमद ने चहल, जाम्पा और पाकिस्तान के शादाब खान को व्हॉइट-बॉल क्रिकेट में शीर्ष लेग स्पिनरों में चुना। हालांकि इस बीच अहमद ने चहल को कुछ टिप्स भी दिए। पीटीआई से बातचीत में अहमद ने से कहा, "चहल काफी प्रभावशाली है। वह निश्चित रूप से दुनिया के शीर्ष लेग स्पिनरों में से एक है। मुझे लगता है कि वह क्रीज का ज्यादा इस्तेमाल कर सकता है।"

चहल को क्रीज का करना चाहिए इस्तेमाल

अहमद, जिन्होंने दुनिया भर में कोचिंग की है और वर्तमान में अपनी मूल टीम के लिए एक सलाहकार हैं, ने कहा कि चहल और कुलदीप की जोड़ी काफी खतरनाक है। यह दोनों मध्य ओवरों में विकेट निकालते हैं और भारत के लिए गेम चेंजर साबित होते। चहल के बारे में बात करते हुए अहमद ने कहा, 'वह (चहल) कई बार क्रीज से बाहर जा सकते हैं। आपको पिचों को समझने के लिए काफी स्मार्ट होना चाहिए। अगर सपाट पिच है, तो आप स्टंप टू स्टंप बॉलिंग कर सकते हैं। मगर बॉल अगर ग्रिप कर रही, तो आप वाइड क्रीज का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि तब जो एंगज बनता है वह बल्लेबाज को परेशान कर सकता है।'

बल्लेबाज से एक कदम आगे सोचें

चहल ने 52 एकदिवसीय मैचों में 91 विकेट लिए हैं। वहीं 42 टी 20 में उनके नाम 55 विकेट दर्ज हैं। चहल अपनी गेंदों को बहुत ज्यादा टर्न नहीं करवाते मगर उनके पास वैरिएशन है, जो उनका सबसे बड़ा हथियार है। अहमद को लगता है कि चहल और कुलदीप को स्टंप के पीछे से पूर्व कप्तान एमएस धोनी की सलाह से काफी फायदा हुआ है। अहमद कहते हैं, 'आप बल्लेबाज से एक कदम आगे सोचना पड़ता है। आपको बल्लेबाज की ताकत के अनुसार फील्डिंग लगानी पड़ती है। मैं हमेशा कहता हूं कि बल्लेबाज पर फील्डरों के जरिए दबाव बढ़ता है न कि गेंदों से। यदि आप उस सिद्धांत को समझते हैं, तो आप हमेशा सफल रहेंगे।"

भारत के पास हैं बेहतर कप्तान

49 वर्षीय मुश्ताक अहमद, जिन्होंने पाकिस्तान के लिए 52 टेस्ट और 144 एकदिवसीय मैच खेले हैं, वह कहते हैं, 'भारत तीनों प्रारूपों में जीत हासिल करने के लिए एक ताकत बन गया है क्योंकि यह अपने गेंदबाजों का अच्छी तरह से उपयोग करता है। धोनी सीमित ओवरों के क्रिकेट में अपने गेंदबाजों से सर्वश्रेष्ठ हासिल करने में माहिर थे और अब आपके पास विराट कोहली हैं।"

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari