Jamshedpur : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एग्जामिनेशन सीबीएसई नेक्स्ट सेशन से अपने स्कूल्स में राइट टू एजुकेशन आरटीई पूरी तरह से फॉलो करने पर जोर दे रहा है.

आगे की पढ़ाई के लिए होगी planning
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एग्जामिनेशन (सीबीएसई) नेक्स्ट सेशन से अपने स्कूल्स में राइट टू एजुकेशन (आरटीई) पूरी तरह से फॉलो करने पर जोर दे रहा है। इसे लेकर टीचर्स के लिए टाइम फिक्स किया गया है और एक दिन पहले ही टीचर्स को प्रिपरेशन करने को कहा गया है, ताकि वे बेहतर ढंग से क्लासेज कंडक्ट कर सकें।

Daily4 6 घंटा 10 मिनट होना चाहिए काम
न्यू सेशन से सीबीएसई स्कूल्स में वीक में कम से कम 45 घंटे की पढ़ाई करने का निर्देश दिया गया है। सीबीएसई द्वारा दिए गए डाइरेक्शन के मुताबकि आरटीई में दिए गए प्रोविजन के आधार पर ही सारे चेंजेज किए जा रहे हैं। इसके लिए सीबीएसई द्वारा तैयारी भी की जा रही है, ताकि पूरे कैरिकुलम को आरटीई नॉम्र्स के मुताबिक फॉलो किया जा सके। इसके तहत स्कूल्स में 45 घंटे का काम होना चाहिए। सैटरडे को हाफ डे होने के कारण रूल पूरी तरह से फॉलो नहीं हो पाता है। इसके बाद से स्कूल्स को डेली कम से कम छह घंटा 10 मिनट के हिसाब से छह दिन काम करना होगा।

करनी होगी planning
आरटीई नॉम्र्स फॉलो करते हुए सीबीएसई द्वारा एक दूसरा बेहतर डिसीजन स्टूडेंट्स के फेवर में भी लिया गया है, लेकिन इसका बेनिफिट टीचर्स को भी होगा। इसके तहत टीचर्स को डाइरेक्शन दिया गया है कि वे क्लासेज खत्म होने के बाद 1 घंटा 20 मिनट स्कूल में ही रूककर आगे की प्लानिंग करें, ताकि दूसरे दिन क्लासेज कंडक्ट करने व कोर्स को स्टूडेंट्स को समझाने में किसी तरह की कोई प्रॉŽलम न हो और स्टूडेंट्स भी स्टडी में इंटरेस्ट ले सकें।

दो सौ घंटे देने होंगे weak students को
नए डाइरेक्शन के मुताबिक टीचर्स को क्लास 1 से 5 तक के बच्चों को साल में कम से कम 1200 घंटे की पढ़ाई करवानी होगी। इसमें से दो सौ घंटे वे स्कूल से पहले या बाद में उन स्टूडेंट्स को लिए यूज कर सकते हैं, जो पढ़ाई में कमजोर हैं, ताकि वे भी बेहतर हो सकें।
40 से 45 मिनट के होंगे classes
स्कूलों में कई रूल्स तो पहले से ही फॉलो किया जा रहा है, लेकिन अब उसे पूरी तरह से आरटीई बेस्ड करते हुए मैंडेट्री भी किया जा रहा है। इसके तहत क्लासेज 8 पीरियड का ही होना चाहिए, इससे ज्यादा नहीं। इनमें क्लास एक से लेकर पांच तक के स्टूडेंट्स के लिए क्लासेज 45 मिनट की होगी और उसके बाद के क्लासेज 40 मिनट के होंगे।
कुछ गाइडलाइंस तो हमारे यहां ऑलरेडी फॉलो किया जा रहा है। हमारे यहां 6 घंटा 20 मिनट टाइम दिया जाता है। इसके अलावा सीसीई की प्लानिंग भी की जाती है।

सैटरडे को क्लासेज के बाद टीचर्स को ट्रेनिंग भी प्रोवाइड करायी जाती है। सिटी में लगभग सभी स्कूल्स इस डायरेक्शन को फॉलो करते हैं।
-नमिता अग्र्रवाल,  प्रिंसिपल, जमशेदपुर पŽिलक स्कूल

 

Report by : jamshedpur@inext.co.in

Posted By: Inextlive