-नहरों की सिल्ट सफाई में खामियां, कई जगह समतल हुई नहर

-एसडीएम शिकोहाबाद एवं टूंडला ने पकड़ी हैं तमाम गड़बडि़यां

फीरोजाबाद: जिलाधिकारी द्वारा कराई जांच में जिले में नहर सफाई की पोल खुल गई। शिकोहाबाद में तो नहरों की सफाई में काफी कमियां मिली हैं। कागजों में दो किमी की सफाई मौके पर एक किमी भी नहीं मिली। इतना ही नहीं, एक गांव के ग्रामीणों ने तो चंदे से सफाई कराने का दावा किया, जबकि नहर विभाग ने खुद सफाई की रिपोर्ट प्रस्तुत की है। टूंडला एसडीएम ने भी कई जगह निरीक्षण के दौरान पाया कि नहरों की सफाई हुई ही नहीं है। निरीक्षण टीमें डीएम को रिपोर्ट भेज रही हैं।

दरअसल, नहर सफाई के सत्यापन को जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बुधवार सुबह सात बजे अफसरों के साथ अवर अभियंताओं की नौ टीमों को विकास खंडों में भेजकर शाम तक रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। नहरों की टेल तक पानी पहुंचने की स्थिति को देखने के साथ ही सफाई के बारे में ग्रामीणों की मांग के संबंध में भी आख्या तलब की। इन टीमों ने कई स्थानों पर जाकर नहर सफाई कार्य का निरीक्षण किया। इधर, शिकोहाबाद के एसडीएम र¨वद्र सिंह ने दस नहरों की जांच की। नाइन माइनर की जांच के दौरान बीच-बीच में सफाई नहीं मिली। वहीं, लौलहरी माइनर में भी 50 फीसद काम हुआ है।

केंद्रीय माइनर की सफाई देखने पहुंचे एसडीएम को ग्रामीणों ने चंदा कर सफाई कराने की बात कही। जबकि विभाग इसकी सफाई खुद कराने की बात कर रहा है। यहां 6.5 किमी सफाई होनी थी, लेकिन अभी तक साढ़े तीन किमी में ही कार्य हुआ है। हनुमन खेड़ा माइनर की दो किमी तक सफाई की बात विभाग कर रहा है, लेकिन मौके पर 900 मीटर सफाई कार्य मिला है। एसडीएम ने सभी नहरों की फोटोग्राफी कराके रिपोर्ट तैयार की है। गदनपुरा, गुजरई, राउद, हेमंतपुर आदि नहरों में सफाई कार्य ठीक मिला।

Posted By: Inextlive