-33 करोड़ टैक्स वसूली का निर्धारित है इस वित्तीय वर्ष का लक्ष्य

-नगर निगम अब तक 87 प्रतिशत टैक्स की कर चुका है वसूली

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बरेली: नगर निगम के टैक्स विभाग के सामने इस वित्तीय वर्ष के बचे हुए तीन महीनों में टैक्स वसूली का निर्धारित लक्ष्य पूरा करने की चुनौती है। इन शेष तीन महीनों में उसे लक्ष्य हासिल करने के लिए चार करोड़ टैक्स वसूलना है। निर्धारित 33 करोड़ टैक्स वसूली के लक्ष्य के सापेक्ष वह अब तक 29 करोड़ की वसूली कर चुका है। इस तरह वह नौ महीनों में वसूली का 87 प्रतिशत लक्ष्य हासिल भी कर चुका है।

87 परसेंट लक्ष्य कर चुका हासिल

नगर निगम की एनुअल इनकम में 1.28 लाख टैक्स पेयर बरेलियंस बड़ी भागीदारी निभाते हैं। नगर निगम इन टैक्स पेयर से हाउस टैक्स, सीवर टैक्स, वाटर टैक्स आदि की वसूली करता है। इन टैक्स पेयर से होनी वाली इनकम से शहर के डेवलेपमेंट में बड़ी मदद मिलती है। शासन भी नगर निकायों को अपने एरिया में डवलेपमेंट के लिए अपनी इनकम बढ़ाने पर जोर देता है। अब नगर निकायों को उनकी एनुअल इनकम के सापेक्ष ही केन्द्र व राज्य सरकार से सरकारी ग्रांट उपलब्ध कराने की भी बात कही जा रही है।

डीएम-कमिश्नर करते समीक्षा

डीएम, कमिश्नर से लेकर शासन स्तर तक के अधिकारी समय-समय पर नगर निकायों की टैक्स वसूली की समीक्षा करते रहते हैं। जिले के नोडल अधिकारी भी अपने विजिट के दौरान मंडल के अधिकारियों की बैठक में इसकी समीक्षा करते हैं। कम वसूली होने पर नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायत के अधिकारियों को चेतावनी भी दी जाती है। इसी चेतावनी का नतीजा है कि नगर निगम इस वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित टैक्स वसूली के लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने की कवायद में जुटा है।

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कंज्यूमर्स को मिल रही छूट

इस वित्तीय वर्ष के लिए नगर निगम को 33 करोड़ टैक्स वसूली का लक्ष्य मिला है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए नगर निगम के टैक्स विभाग को शुरू से अलर्ट किया गया था। नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन ने भी इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए टैक्स विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की जिम्मेदारी तय कर दी थी। इसके साथ ही टैक्स विभाग की हर महीने की वसूली की समीक्षा भी की जाती रही। इसके अलावा टैक्स के बड़े बकाएदारों पर भी वसूली का दबाव बनाया गया। वसूली बढ़ाने के लिए टैक्स पेयर को 10 से 5 प्रतिशत तक की छूट भी दी गई। इसी का नतीजा रहा है कि नगर निगम ने अब तक 29 करोड़ की वसूली कर 87 प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया है।

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चेक बनी मुसीबत

श्ाहर के कई टैक्स पेयर नगर निगम के वसूली कर्मचारियों को बकाया टैक्स की राशि का चेक देकर टरका भी रहे हैं। वसूली के बाद जब नगर निगम इन चेक को बैंक में जमा करवाता है तो यह बाउंस हो जाते हैं। इन दिनों नगर निगम एक तरफ जहां वसूली बढ़ाने की कवायद में जुटा है, वहीं चेक देने वाले टैक्स पेयर के खातों में पर्याप्त रकम नहीं होने पर बाउंस होने वाले चेक की सं?या भी बढ़ रही है। बाउंस चेक वाले टैक्स पेयर को नगर निगम नोटिस भी भेज रहा है। नगर निगम इन टैक्स पेयर जुर्माने के साथ बकाया टैक्स वसूलेगा।

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चार जोन में बंटा है शहर

नगर निगम के एरिया में कुल 80 वार्ड हैं। इन वार्डो की व्यवस्था संभालने के लिए नगर निगम ने शहर को चार जोन में बांटा है। इन सभी जोन में कुल 1.28 के करीब टैक्स पेयर हैं। इनमें से करीब 10 हजार से अधिक कामर्शियल टैक्स पेयर और शेष डामेस्टिक टैक्स पेयर हैं। हर जोन में करीब 26 हजार से 35 हजार तक टैक्स पेयर हैं।

Posted By: Inextlive