Meerut: परतापुर बाईपास पर मौजूद भारती इंफ्राटेल कंपनी के गोदाम में हुई डकैती का खुलासा पुलिस ने गुरुवार को कर दिया. जिसमें पुलिस ने कई आरोपियों को गिरफ्तार करके उनसे माल बरामद कर लिया. इस केस में शामिल आधा दर्जन से अधिक बदमाश पकड़ से बाहर हैं. जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. इस डकैती में पुलिस के हत्थे चढ़े बदमाशों में कुछ इसी फैक्ट्री में काम करने वाले है. जिन्होंने पहले काम किया और फिर डकैती डालने की योजना भी बना डाली. और अंजाम भी दे दिया.


यह थी घटना12 दिसंबर की रात एक दर्जन बदमाशों ने भारती इंफ्राटेल प्राइवेट कंपनी लिमिटेड के गोदाम में गार्डों को बंधक बनाकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। डकैती के दो दिन बाद 14 दिसंबर को यह माल जली कोठी स्थित वसीम पुत्र भूरे खां के मकान से बरामद कर लिया गया था। जिसमें पुलिस को वारदात देने वाले बदमाशों की तलाश थी। अब जाकर बदमाश हाथ आए और मामले का खुलासा कर दिया।पुलिस के अनुसार
परतापुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने मुखबिर की सूचना पर दीवान कॉलेज बाईपास के पास से लूटे गए माल से लदा ट्रक और बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि सभी बदमाश माल को दिल्ली बेचने जा रहे थे। पकड़े गए बदमाशों में बहरामपुर जानी का दीपक राणा, टीटू उर्फ साागर, काशी परतापुर का आशु उर्फ आस मोहम्मद और अंजुम पैलेस के पीछे खुशहाल नगर ब्रह्मपुरी का शहजाद शामिल हैं। इनके पास से दो तमंचे, एक ट्रक, छोटी बड़ी 82 बैट्रियां व एक बोरा भरा हुआ स्क्रेप बरामद हुआ।ये हैं फरार


इन बदमाशों में जानी का अमित उर्फ प्राण यादव, सोनू कश्यप, काले उर्फ विजय उर्फ कालीचरन, इनका दोस्त बागपत का लोकेश उफ लोकी, गुदड़ी बाजार का शहनवाज कबाड़ी, जली कोठी का वसीम अभी फरार हैं। इन सभी पर लूट और डकैती के यूपी व उत्तराखंड के विभिन्न थानों में दर्जनों मुकदमें हैं। दीपक राणा के अनुसार काले उर्फ विजय उर्फ कालीचरण ने पहले इस फैक्ट्री में चार महीने काम किया था। इसके साथ ही सभी ने मिलकर लूट की योजना तैयार की थी। वारदात के दिन सभी लोग इकट्ठा हुए और वारदात को अंजाम दे दिया। लूट के बाद जो भी माल मिला वो सभी ने बांट लिया। कुछ ने यह माल वसीम कबाड़ी को बेच दिया। लूटी गई ये सभी बैट्रियां कबाड़ी के यहां से बरामद कर ली गई थीं।

Posted By: Inextlive